रांचीः चारा घोटाले के सबसे बड़े आरसी 47ए/96 मामले में शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर से बहस हुई. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में बहस के दौरान लालू प्रसाद यादव के वकील प्रभात कुमार ने 1991 से लेकर 1995 तक जब लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री थे, उस समय की सीएजी की रिपोर्ट को अदालत में पढ़कर सुनाया.
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इसके साथ ही मामले में तीन गवाह ने अदालत में अपनी गवाही दी थी उसको भी पढ़कर अदालत में बताया गया. सुनवाई के दौरान सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह मौजूद रहे. डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में 72 आरोपियों की ओर से बहस पूरी हो चुकी है. मामले में लालू प्रसाद समेत 104 आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे हैं. मामले में शुक्रवार को फिर से लालू प्रसाद यादव की ओर से दलीलें रखी गयीं.
Doranda Treasury से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े चारा घोटाले के सबसे बड़े आरसी 47ए/96 मामले में अब डॉक्टर की ओर से बहस के बाद, राजनेताओं और राजनेताओं की ओर से अदालत में दलील रखी जाएगी. डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी में अब तक 72 आरोपियों की ओर से दलीलें पूरी कर ली गयी है.
चारा घोटाले के सबसे बड़े डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू प्रसाद यदाव, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, डॉ आरके राणा, पीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत, डॉ केएम प्रसाद, डॉ गौरी शंकर प्रसाद समेत 104 आरोपी मुकदमा का सामना कर रहे हैं. सीबीआई ने प्रारंभ में 170 लोगों को आरोपी बनाया था. जिसमें लालू यादव समेत 147 आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित किया गया था. सुनवाई के दौरान अब तक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र समेत 37 आरोपियों का निधन हो चुका है.