रांचीः कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी का एक पत्र वायरल हुआ है. जिसमें राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार के रूप में पूर्व सांसद फुरकान अंसारी को उम्मीदवार बनाने के लिए आलाकमान को पत्र लिखा गया था. कांग्रेस के कई विधायकों के हस्ताक्षर युक्त पत्र के वायरल होने के बाद बीजेपी ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है.
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बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि इस पत्र के सार्वजनिक होने से कांग्रेस के भीतर चल रहा अंतर्कलह बाहर आ गया है. कांग्रेस आलाकमान अपने विधायकों, कार्यकर्ताओं की नहीं सुनता. तभी सारे विधायकों के मांग किए जाने के बावजूद फुरकान अंसारी को टिकट नहीं मिला. मध्यप्रदेश में भी यही हाल था और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे अग्रणी नेता को कांग्रेस ने दरकिनार कर रखा था. भाजपा शुरू से कहती आयी कि कांग्रेस में वंशवाद और सिर्फ एक परिवार की हुकूमत चलती है. कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र के लिए कोई जगह नहीं है.
हालांकि, कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने ये पत्र 4 मार्च को लिखा था, जब राज्यसभा चुनाव के गठबंधन के दूसरे उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं हुई थी. उस समय कोलेबिरा विधायक समेत कई विधायकों ने उम्मीदवार के लिए फुरकान अंसारी का नाम आलाकमान के सामने पत्र के माध्यम से रखा था. पत्र में कहा गया है कि लोकसभा में राज्य से किसी भी अल्पसंख्यक को प्रत्याशी नहीं बनाया गया था. जबकि इन अल्पसंख्यकों की कुल आबादी 16.70 प्रतिशत है. ऐसे में इस समुदाय से ही एक कार्यकर्ता को राज्यसभा भेजा जाए. साथ ही पूर्व सांसद फुरकान अंसारी को राज्यसभा भेजे जाने का जिक्र किया गया है.