रांची: पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष सह भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता करिया मुंडा के बेटे ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थामा है. करिया मुंडा के बेटे अमरनाथ मुंडा को जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने सदस्यता दिलाई. उनके साथ खूंटी के सैकड़ों लोगों ने जेएमएम का दामन थामा है.
पिता ने नहीं दिया दबाव- अमरनाथ
लंबे समय से सांसद रहे अविभाजित बिहार के समय से बीजेपी के वरिष्ठ नेता करिया मुंडा ने खूंटी जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र में बीजेपी के झंडा को गाड़ने का काम किया. वे आदिवासी नेता होते हुए भी जनसंघ से जुड़े रहे ऐसे में उनके बेटे का जेएमएम में शामिल होना कहीं ना कहीं बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा सकता है. हालांकि इन विषय में करिया मुंडा का बेटा अमरनाथ मुंडा ने कहा कि मेरे पिता भले ही बीजेपी में हैं लेकिन उन्होंने कभी भी मुझे किसी भी पार्टी में रहने के लिए दबाव नहीं दिया. उन्होंने हमेशा कहा कि वह स्वतंत्र हैं वह किसी भी पार्टी में जा सकते हैं.
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'जेएमएम में शामिल होना मेरी निजी राय'
जेएमएम में शामिल होना मेरी निजी राय है पार्टी की ओर से जो भी मुझे नहीं दायित्व दी गई है. उसे मैं निर्वहन करूंगा, उन्होंने कहा कि बीजेपी का तानाशाह रवैया उन्हें पहले से ही पसंद नहीं था, जेएमएम की नीति और सिद्धांत से प्रभावित होकर उन्होंने जेएमएम की सदस्यता ली. करिया मुंडा के बेटे को सदस्यता दिलाने के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि एक झारखंडी पिता के झारखंडी बेटे ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए जेएमएम में योगदान दिया है. जिस उद्देश्य और लक्ष्य के साथ जेएमएम चल रहा है उसी कड़ी में एक और कारवां हमने जोड़ने का प्रयास किया है और हमें उम्मीद है कि छोटे भाई अमरनाथ मुंडा अपने सक्रिय और अहम भूमिका आने वाले समय में झारखंड के लोगों को देंगे.