रांचीः आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिस प्रशासन के द्वारा लाठीचार्ज का मामले को लेकर राजनीति गर्माने लगी है. राजनीतिक संगठन खुलकर आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं के समर्थन के लिए सामने आ रहे हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला फूंका गया. प्रशासन के द्वारा महिलाओं पर किए गए लाठीचार्ज का भी खुलकर विरोध किया गया.
पार्टी नेताओं का कहना है कि सरकार एक तरफ नारी सशक्तिकरण के झूठे उदाहरण देती है और दूसरी तरफ नारियों को अपमान करती है. जेएमएम नेता महुआ मांझी ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका पिछले 41 दिनों से राजभवन के समक्ष अपनी जायज मांगों को लेकर बैठी हुई हैं, लेकिन सरकार इनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. ऊपर से इन पर लाठी अलग बरसाई जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार उन अधिकारियों को जल्द से जल्द बर्खास्त करें जिन लोगों ने महिलाओं पर लाठी से वार किया है. लाठीचार्ज में 8 से ज्यादा महिलाएं घायल हुई हैं. महुआ मांझी ने कहा कि इनकी मांगों को सरकार जल्द पूरा नहीं करती है तो आगे चलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा उग्र आंदोलन करेगा.
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बता दें कि, पिछले दिनों झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भी धरना पर बैठे आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ से मुलाकात की थी. जहां, उनकी मांगों को लेकर सरकार की ओर ध्यान आकर्षित कर इनकी मांगों को जायज ठहराया था, लेकिन सरकार ने इनकी मांगों पर विशेष ध्यान नहीं दिया. मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाएं राजभवन से मुख्यमंत्री आवास घेराव के लिए निकली तो बीच में ही प्रशासन ने इन पर लाठीचार्ज कर दी. जिसमें कई महिलाएं घायल हो गईं, कई को गंभीर चोटें भी आई हैं.