रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम और कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष मदन कुमार महतो के नेतृत्व में मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने सीआईपी निदेशक डॉ दयाराम से मुलाकात की. इस दौरान संस्थान में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को कम वेतन और इपीएफ राशि देने वाली निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की गई, साथ ही वेतन और ईपीएफ की पूरी बकाया राशि का जल्द से जल्द भुगतान करने को कहा.
पूछताछ की आड़ में करोड़ों का लाभ पहुंचाया गया
मुस्ताक आलम ने आरोप लगाया कि निदेशक कुछ खास कंपनियों को सीमित निविदा पूछताछ की आड़ में करोड़ों का लाभ पहुंचाया गया है. यह जनरल फाइनेंशियल के नियमों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि संस्थान में सप्लायर्स का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया है, न ही उनकी कोई सूची पोर्टल पर भी उपलब्ध कराई गई है. ऐसे में जो भी खरीदारी या कार्य सीमित निविदा पूछताछ में कोटेशन के आधार पर कराए गए हैं, वह पूरी तरह से भ्रष्टाचार है.
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पहले भी की गई थी कार्रवाई की मांग
झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र इसकी जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा दोनों जोरदार आंदोलन करेंगे. जिसके लिए सीआईपी प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा. प्रतिनिधिमंडल में मुस्ताक आलम, समनूर मंसूरी, मदन कुमार महतो, गुलजार अहमद और फुरकान शामिल थे. बता दें कि जेएमएम और कांग्रेस दोनों के जिलाध्यक्ष ने निदेशक को पूर्व में ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा एजेंसी के कार्य और सीमित निविदा पूछताछ खरीदारी में व्यापक भ्रष्टाचार की जांच कर कार्रवाई की मांग की थी.