रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह रविवार को रांची पहुंचे. इस कोरोना काल में उनका यह पहला दौरा है. इसके तहत सोमवार को केंद्र सरकार की कृषि सुधार विधेयक के खिलाफ मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका से राजभवन तक विरोध मार्च में वह शामिल होंगे. इस दौरान उन्होंने स्टेट गेस्ट हाउस में सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्रियों से सरकार की गतिविधियों का फीडबैक लिया है. साथ ही उनकी ओर से जनता के हित में किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली.
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इस दौरान कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने सरकार में मंत्रियों की बातें सुनी जा रही या नहीं इसका भी फीडबैक लिया. साथ ही कांग्रेस के विधायकों की संगठन और सरकार के बीच को-ऑर्डिनेशन के तहत किस तरह से कार्य हो रहे हैं. इस पर भी चर्चा की. इस दौरान सरकार की योजनाएं कांग्रेस विधायकों के विधानसभा क्षेत्र में धरातल पर उतर रही है या नहीं, इसका भी लेखा-जोखा लिया. इसके साथ ही संगठन को धारदार बनाने को लेकर भी आरपीएन सिंह से मंत्रियों और विधायकों की चर्चा हुई.
वहीं, जानकारी मिली है कि आरपीएन सिंह से विधायकों ने अपनी पीड़ा भी जाहिर की है. विधायकों ने कहा है कि चुनाव के दौरान मेनिफेस्टो में जो वादे किए गए थे. वह अब तक धरातल पर नहीं उतर पाए हैं. सरकार में उनकी नहीं सुनी जाने की बातों को भी उन्होंने रखा है. विधायकों का कहना है कि इस वजह से उनके क्षेत्र में जनता में नाराजगी है और जिन मुद्दों को लेकर जनता ने उन्हें वोट दिया है, उसको लेकर लगातार जनता जवाब मांग रही है. कोरोना काल में ही कांग्रेस के विधायकों ने दिल्ली दरबार में भी उनकी बातें सरकार में नहीं सुने जाने की शिकायत की थी. अब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के रांची दौरे पर है. ऐसे में विधायकों ने अपनी समस्याओं को उनके सामने साझा किया है.