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झारखंड सरकार ने धान खरीद की तैयारी की पूरी, बैंक से कर्ज लेकर किसानों को देगी पैसे - बैंक से कर्ज लेकर धान खरीद

झारखंड सरकार ने धान खरीद की तैयारी पूरी कर ली है. माना जा रहा है कि इस साल बंपर धान की पैदावार हुई है. यही वजह है कि सरकार भी पिछली खरीफ फसल की तुलना में इस बार लक्ष्य बढ़ा दिया है.

preparations for paddy procurement
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Published : Dec 9, 2021, 3:29 PM IST

रांची: झारखंड सरकार ने धान खरीद की तैयारी पूरी कर ली है. राज्य में 15 दिसंबर से धान की खरीद शुरू होगी. लैम्प्स के माध्यम से शुरू हो रहे धान खरीद का उद्घाटन खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव 15 दिसंबर को करेंगे. इस वर्ष धान की बंपर पैदावार होने की संभावना है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने भी पिछली खरीफ फसल वर्ष की तुलना में इस बार धान खरीद का लक्ष्य बढ़ा दिया है.

धान खरीद में पिछली बार हुई गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए विभाग बिचौलियों की भूमिका पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार प्रति किसान अधिकतम 200 क्विंटल ही खरीदेगी. 15 दिसंबर से शुरू हो रहे धान खरीद के लिए झारखंड सरकार ने 2021-22 की खरीफ फसल चक्र के दौरान राज्य के किसानों से आठ लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करने का लक्ष्य तय किया है. इस वर्ष सभी जिलों में सरकार खुद धान खरीदेगी. पिछले वर्ष एफसीआई के माध्यम से चतरा, गढ़वा और पलामू में धान खरीद की गई थी जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत आई है. राज्य सरकार इससे सीख लेते हुए इस वर्ष सभी 24 जिलों में किसानों से धान खरीदेगी.

ये भी पढ़ें: जामताड़ा में 15 दिसंबर से होगी धान की खरीद, लैंपस धारकों ने शुरू की तैयारी


बैंकों से कर्ज लेकर सरकार धान के पैसे किसानों को देगी
खाद्य और आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने धान खरीद की तैयारी पूरी होने का दावा करते हुए कहा है कि इस बार राज्य सरकार धान खरीदते वक्त ही किसानों को पचास फीसदी मूल्य दे देगी और शेष पचास फीसदी राशि तीन महीने में दी जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार ने स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया से कर्ज लेकर पैसों की व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि एक किसान से अधिकतम 200 क्विंटल धान की खरीदारी सरकार की ओर से खरीदी जाएगी. यह सीमा इसलिए तय की गयी है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को सरकारी समर्थन मूल्य पर फसल विक्रय का लाभ प्राप्त हो सके. धान खरीदारी की दरें भी तय कर दी गई हैं. साधारण धान के लिए 2050 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड ए किस्म के लिए 2070 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को भुगतान कराया जाएगा. इस राशि में केंद्र द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य और राज्य सरकार की ओर से दिया जाने वाला बोनस दोनों शामिल है. प्रत्येक प्रखंड में धान प्राप्ति केंद्र बनाने और वहां समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दे दिया गया है.

धान खरीद के लिए लैम्प्स में हुई तैयारी पूरी
सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय के बाद राज्य के सभी प्रखंड स्थित लैम्प्स में धान अधिप्राप्ति केंद्र बनाया गया है जहां किसान धान बेच सकते हैं. इन लैम्प्स पर सिर्फ निबंधित किसान ही धान बेच सकते हैं. रांची जिले में 5 लाख क्विंटल धान खरीद करने का लक्ष्य बनाया गया है जिसके लिए 26 धान केंद्र बनाए गए हैं. रांची जिला आपूर्ति पदाधिकारी अलवर्ट बिलुंग ने तैयारी पूरी होने का दावा करते हुए कहा है कि 15 चावल मिलों से एग्रीमेंट किया जा रहा है जो धान की खरीददारी करेंगे.

धान की बंपर पैदावार को देखते हुए राज्य सरकार ने इस वर्ष 80 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य तय किया है जिसके लिए किसानों का निबंधन जारी है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब 2.25 लाख किसानों ने निबंधन कराया है जो लैम्प्स के माध्यम से सरकार को निर्धारित दर पर धान बेचेंगे.
भुवन किशोर झा,ईटीवी भारत,रांची

रांची: झारखंड सरकार ने धान खरीद की तैयारी पूरी कर ली है. राज्य में 15 दिसंबर से धान की खरीद शुरू होगी. लैम्प्स के माध्यम से शुरू हो रहे धान खरीद का उद्घाटन खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव 15 दिसंबर को करेंगे. इस वर्ष धान की बंपर पैदावार होने की संभावना है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने भी पिछली खरीफ फसल वर्ष की तुलना में इस बार धान खरीद का लक्ष्य बढ़ा दिया है.

धान खरीद में पिछली बार हुई गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए विभाग बिचौलियों की भूमिका पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार प्रति किसान अधिकतम 200 क्विंटल ही खरीदेगी. 15 दिसंबर से शुरू हो रहे धान खरीद के लिए झारखंड सरकार ने 2021-22 की खरीफ फसल चक्र के दौरान राज्य के किसानों से आठ लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करने का लक्ष्य तय किया है. इस वर्ष सभी जिलों में सरकार खुद धान खरीदेगी. पिछले वर्ष एफसीआई के माध्यम से चतरा, गढ़वा और पलामू में धान खरीद की गई थी जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत आई है. राज्य सरकार इससे सीख लेते हुए इस वर्ष सभी 24 जिलों में किसानों से धान खरीदेगी.

ये भी पढ़ें: जामताड़ा में 15 दिसंबर से होगी धान की खरीद, लैंपस धारकों ने शुरू की तैयारी


बैंकों से कर्ज लेकर सरकार धान के पैसे किसानों को देगी
खाद्य और आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने धान खरीद की तैयारी पूरी होने का दावा करते हुए कहा है कि इस बार राज्य सरकार धान खरीदते वक्त ही किसानों को पचास फीसदी मूल्य दे देगी और शेष पचास फीसदी राशि तीन महीने में दी जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार ने स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया से कर्ज लेकर पैसों की व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि एक किसान से अधिकतम 200 क्विंटल धान की खरीदारी सरकार की ओर से खरीदी जाएगी. यह सीमा इसलिए तय की गयी है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को सरकारी समर्थन मूल्य पर फसल विक्रय का लाभ प्राप्त हो सके. धान खरीदारी की दरें भी तय कर दी गई हैं. साधारण धान के लिए 2050 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड ए किस्म के लिए 2070 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को भुगतान कराया जाएगा. इस राशि में केंद्र द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य और राज्य सरकार की ओर से दिया जाने वाला बोनस दोनों शामिल है. प्रत्येक प्रखंड में धान प्राप्ति केंद्र बनाने और वहां समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दे दिया गया है.

धान खरीद के लिए लैम्प्स में हुई तैयारी पूरी
सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय के बाद राज्य के सभी प्रखंड स्थित लैम्प्स में धान अधिप्राप्ति केंद्र बनाया गया है जहां किसान धान बेच सकते हैं. इन लैम्प्स पर सिर्फ निबंधित किसान ही धान बेच सकते हैं. रांची जिले में 5 लाख क्विंटल धान खरीद करने का लक्ष्य बनाया गया है जिसके लिए 26 धान केंद्र बनाए गए हैं. रांची जिला आपूर्ति पदाधिकारी अलवर्ट बिलुंग ने तैयारी पूरी होने का दावा करते हुए कहा है कि 15 चावल मिलों से एग्रीमेंट किया जा रहा है जो धान की खरीददारी करेंगे.

धान की बंपर पैदावार को देखते हुए राज्य सरकार ने इस वर्ष 80 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य तय किया है जिसके लिए किसानों का निबंधन जारी है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब 2.25 लाख किसानों ने निबंधन कराया है जो लैम्प्स के माध्यम से सरकार को निर्धारित दर पर धान बेचेंगे.
भुवन किशोर झा,ईटीवी भारत,रांची

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