रांची: राजधानी में स्थिति कंट्रोल में है. इसे देखते हुए शनिवार मथ्य रात्रि से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है. हालांकि अभी भी रांची में धारा 144 लागू है. दूसरी तरफ उपद्रवियों की पहचान की कवायद जारी है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक लोउर बाजार थाना, हिंदपीढ़ी थाना और डेली मार्केट थाना में 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं मेनरोड से लेकर हिंदपीढ़ी के बीच अभी भी पुलिस बल तैनात है.
आपको बता दें कि शुक्रवार शाम 8 बजे से रांची में इटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी क्योंकि उपद्रवियों की पुलिस के साथ झड़प और फायरिंग के बाद कई फेक वीडियो के जरिए माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही थी. फिलहाल पुलिस तमाम सोशल मीडिया साइट को खंगाल रही है. जिसके जरिए दुष्प्रचार किया जा रहा था.
बता दें कि राजधानी रांची में हुई हिंसा के मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया गया है. इस दो सदस्यीय कमेटी में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव अमिताभ कौशल और एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑपरेशन संजय आनंद लाटकर शामिल हैं. कमेटी को 7 दिनों के भीतर रांची हिंसा की जांच कर रिपोर्ट सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है.
वहीं बिहार के मंत्री नितिन नवीन ने भी एक प्राथमिकी दर्ज करवाई है. दरअसल 10 जून को रांची के डेली मार्केट के पास उपद्रवियों ने उनकी गाड़ी पर भी हमला बोल दिया था. उसी वक्त उन्होंने डीजीपी को पूरी घटना की जानकारी दे दी थी.
बता दें शुक्रवार को राजधानी में हुई हिंसा के बाद रांची में धारा 144 लागू है. इसके बाद से ही राजधानी में सभी दुकान-प्रतिष्ठान बंद हैं और किसी भी तरह का आवागमन सड़कों पर नहीं हो रहा है. रांची से सटे रामगढ़ जिले में भी धारा 144 लगाई गई है. इसके अलावा खूंटी में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. वहीं पलामू, गढ़वा और लातेहार को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. पुलिस सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग कर रही है.