रांची: पुलिस लाइन में रविवार को जिले भर के पुलिसकर्मियों की आईजी नवीन कुमार सिंह ने क्लास ली. इस दौरान पुलिसिंग के अलग-अलग बारीकियों की जानकारी दी. इसके साथ ही पुलिसिंग के थ्री आई (इंडस्ट्री, इंटीग्रिटी और इंपारशियलिटी) के महत्व पर चर्चा की.
आईजी की इस क्लास में जिले के सभी थानेदार, नए प्रोबेशनर दारोगा और डीएसपी शामिल रहे. मौके पर आईजी ने कहा झारखंड पुलिस में शामिल हुए नए दारोगाओं से विभाग को काफी उम्मीदें हैं. मौजूदा समय में हो रहे अपराध और अनुसंधान की चुनौतियों से कैसे निबटना है और किस तरह से बेहतर अनुसंधान के बूते अपराधियों पर नकेल कसना है, विधि व्यवस्था कैसे मेंटेन करना है. इनकी हर बारीकियां पुलिसकर्मियों को जानना चाहिए.
नए बस इंस्पेक्टरों को पुलिस एकेडमी से निकलने के बाद व्यवहारिक तौर पर काम करने के तरीके सुझाए गए. इसके साथ ही साक्ष्य संकलन पर विशेष फोकस करते हुए कई जानकारी दी गई. मौके पर ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, ग्रामीण एसपी ऋषभ कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
नए सब इंस्पेक्टरों के लिए मेंटर की व्यवस्था
आईजी ने बहाल हुए नए सब इंस्पेक्टरों के लिए मेंटर की व्यवस्था का निर्देश दिया. इसके साथ ही हर शनिवार और रविवार को इन नए दारोगाओं की ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी. पुलिस मुख्यालय के टॉप अधिकारियों की प्रोबेशनर दारोगाओं की ट्रेनिंग पर पैनी नजर है. मेंटर के रूप में अच्छे पुलिस पदाधिकारियों को रखने का निर्देश दिया गया है, ताकि प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर अच्छे ढंग से हर बारीकियां सीख सकें.
ये भी पढ़ें:2016 राज्यसभा चुनाव के दौरान हुआ है घालमेल! विधायक अंबा प्रसाद ने की NIA जांच की मांग
थाने के मूल कार्यों को जाना
क्लास के दौरान प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टरों ने थानों के मूल कार्यों को जाना. फोरेंसिक जांच के संबंध में जानकारी दी गई. इसके अलावा थाना पहुंचने वाले पीड़ितों से कैसा व्यवहार करना है, इसकी जानकारी भी दी गई. नए सब इंस्पेक्टरों ने विशेष तौर पर जानकारियां ली. इसके बाद कहा कि इस बैठक में काफी कुछ सीखने को मिला.