सीधीः मानव तस्करी जैसे संगीन अपराध थमने की बजाय दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मानव तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. झारखंड के साहिबगंज जिले की रहने वाली युवती दलालों के चंगुल से भागकर मध्य प्रदेश के सीधी पहुंची है. सीधी के वन स्टॉप सेंटर में पीड़िता पिछले 10 दिनों से अपनों का इंतजार कर रही है. युवती के मुताबिक वह मानव तस्करी की शिकार हो गई थी, उसे घर से दिल्ली ले जाया गया था.
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पिता के मरने के बाद मां और दो भाइयों का बोझ कम करने के लिए युवती रोजगार की तलाश में दिल्ली पहुंची थी, उसने सोचा था कि वह झाड़ू पोछा का काम कर अपने परिवार का बोझ कम कर सकेगी., लेकिन कुछ दिन दिल्ली में रहने के बाद सब कुछ समझ में आ गया. युवती का कहना है कि किसी तरह ट्रेन में बैठकर यूपी पहुंची और सीधी के मजदूरों के साथ धान काटने के बाद भटकती हुई यूपी से सीधी आ गई.
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इस मामले में वन स्टॉप सेंटर के प्रबंधक का कहना है कि युवती बस स्टैंड पर भटक रही थी, डायल हंड्रेड की मदद से कोतवाली लाया गया था, जहां से पुलिस के मार्गदर्शन में पीड़िता पिछले 10 दिनों से रह रही है. उसके माता-पिता से बात हो गई है, जल्द ही झारखंड उसके घर पहुंचा दिया जाएगा.
रोजगार का झांसा देते हैं दलाल
युवा पीढ़ी रोजगार की तलाश में मानव तस्करी का शिकार बनती जा रही है तो वहीं तस्करों का गांव-गांव में जाल फैला रहता है. युवा पीढ़ी को रोजगार के लिए दलाल महानगरों में ले आते हैं और चंद पैसों में उनका सौदा किसी अनजान व्यक्ति से कर देते हैं.