रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी महागठबंधन की सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर तस्वीर मकर संक्रांति के बाद साफ होने की उम्मीद है. हालांकि महागठबंधन के प्रमुख घटक दल जेएमएम और कांग्रेस के अंदरखाने युवा चेहरों को मौका दिए जाने को लेकर मंथन तेज हो गए हैं. दरअसल चुनाव के बाद पहली बार विधानसभा पहुंचे युवा चेहरों को मंत्रिमंडल में भी जगह दिए जाने को लेकर दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व विचार कर रहे हैं. आंकड़ों के हिसाब से मुख्यमंत्री समेत 12 लोगों की कैबिनेट का गठन होना है. जिसमें जेएमएम के कोटे से पांच और मंत्री जबकि कांग्रेस से 3 और लोगों को अकोमोडेट किया जाना है.
जेएमएम में इन नामों पर हो रही है चर्चा
जेएमएम के विधायकों की लिस्ट पर नजर डालें तो जेएमएम से कम से कम चार वरिष्ठ नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. जिसमें स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी समेत कुछ अन्य नेताओं के नाम पर चर्चा चल रही है. वहीं दूसरी तरफ युवा और पहली बार विधानसभा पहुंचने वाले विधायकों में गढ़वा से मिथिलेश कुमार ठाकुर और बहरागोड़ा से समीर महंती का नाम चर्चा में है.
ये भी देखें- जमशेदपुर में श्वान प्रतियोगिता का आयोजन, जानें क्या हैं रूल
कांग्रेस में ये हैं मंत्री पद के दावेदार
वहीं कांग्रेस खेमे की अगर बात करें तो वहां तीन और विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. उनमें नए चेहरों में झरिया से पहली बार विधायक बनी पूर्णिमा सिंह और महगामा से पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंची दीपिका पांडे सिंह का नाम चर्चा में हैं. वहीं बड़कागांव से पहली बार चुनाव जीतकर पहुंची अंबा प्रसाद का भी नाम चर्चा में है. जबकि अनुभवी चेहरों की बात करें तो राजेंद्र प्रसाद सिंह, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख समेत कुछ और नाम है जिन पर पार्टी आलाकमान गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है.