रांची: झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की ओर से तमाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. इसके तहत कहा गया है कि सभी सरकारी स्कूल के शिक्षक खेल एंबेसडर के तहत प्रत्येक सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और अभिभावकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे. इसके लिए एक प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन होगा.
बच्चों का स्वस्थ रहना चुनौती
कोरोना महामारी के कारण बच्चों के लिए स्वस्थ रहना एक बड़ी चुनौती बन गई है. इस चुनौती से कैसे निपटा जाए इसे लेकर शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग तालमेल बैठाकर काम करने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत सभी सरकारी स्कूल के शिक्षक हेल्थ एंबेसडर का भी कार्य करेंगे. झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को प्रत्येक मध्य और उच्च विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को हेल्थ एंबेसडर की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया है. इसके तहत शिक्षकों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षित करेगा और प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित किया जाएगा. सभी स्कूलों से दो-दो शिक्षकों के नाम मांगे गए हैं. इन शिक्षकों को प्रशिक्षण दिए जाने के बाद वह बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति ख्याल रखेंगे और उन्हें जागरूक भी करेंगे. कोरोना महामारी से जुड़ी जानकारी भी अभिभावकों और बच्चों को लगातार देंगे. पौष्टिक आहार संबंधी जागरूकता संदेश भी अभिभावकों तक पहुंचाएंगे.
दो-दो शिक्षकों का नाम भेजने का निर्देश
एक सप्ताह के अंदर दो-दो शिक्षकों के नाम स्कूलों से मांगे गए हैं. शिक्षकों का नाम आने के बाद इसे परिषद कार्यालय भेजा जाएगा और उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से चयनित शिक्षकों को जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा. हेल्थ एंबेसडर बनने के बाद स्कूल के बच्चों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी इन शिक्षकों पर होगी. इसके लिए शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाएगा.