रांचीः पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को राज्यपाल रमेश बैस के मुलाकात की और राज्य में अचानक बढ़ी राष्ट्रविरोधी और अलगाववादी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि जब से स्वार्थी तत्वों को मिलकार झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी है, तब से राज्य अशांत हो गया है. सरकार बनते ही राष्ट्र विरोधी शक्तियों के दबाव में हेमंत सरकार ने पत्थलगड़ी मामले पर केस वापस लिया. इसके साथ ही इसका विरोध करने वाले 7 आदिवासियों का नरसंहार हुआ.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नरसंहार के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा मरने वाले भी मेरे ही हैं और मारने वाले भी मेरे ही हैं. इससे राष्ट्रविरोधी शक्तियों के मनोबल और बढ़ा. उन्होंने कहा कि झारखंड में फिर से राष्ट्रविरोधी और अलगाववादी ताकतें सक्रिय हो गई हैं. दूसरे राज्य से लगभग सैंकड़ों की संख्या में पत्थलगड़ी समर्थक खूंटी, सिमडेगा समेत अन्य क्षेत्रों में विघटनकारी गतिविधियों में लिप्त हैं. रघुवर दास ने मांग की है कि बाहर से आए राष्ट्रविरोधी और विघटकारी लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करें.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्यपाल से आग्रह करते हुए कहा है कि शीघ्र जमशेदपुर वीमेंस विश्वविद्यालय में कुलपति, कुलसचिव, वित्त पदाधिकारी, वित्त परामर्शी और सभी विभागों के लिए पर्याप्त शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति करने की पहल की जाए, ताकि जमशेदपुर वीमेंस विश्वविद्यालय अस्तित्व में आ जायेगा, जो झारखंड का प्रथम महिला विश्वविद्यालय भी होगा.
इसके साथ ही कोल्हान एक औद्योगिक क्षेत्र है. इस क्षेत्र मे स्कील डेवलपमेंट को बढ़ावा देकर युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से बीजेपी सरकार ने एक प्रोफेशनल कॉलेज का निर्माण कराया था. कॉलेज का भवन बन कर तैयार है, लेकिन राज्य सरकार की ओर से पिछले ढाई साल राज्य सरकार प्रोफेशनल कॉलेज को संचालित नहीं कर सकी है. इसका संज्ञान में लेकर शीघ्र संचालन का आदेश जारी करने की मांग की है.