रांची: पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के पांच सक्रिय सदस्यों को धर दबोचा है. गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने 4 हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं. उग्रवादियों में कुख्यात देव सिंह मुंडा, गोल्डन यादव, सूरज महतो, शहजाद अंसारी और असलम खान शामिल हैं.
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कुख्यात देव सिंह भी गिरफ्तार
देव सिंह मुंडा 3 महीने पहले ही जेल से बाहर आया था. जेल से बाहर आने के बाद वो दोबारा संगठन में सक्रिय हो गया था और अनगड़ा इलाके में कारोबारियों से लेवी की डिमांड कर रहा था. देव सिंह मुंडा के सक्रिय होने की जानकारी रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा को लगातार मिल रही थी, जिसके बाद ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर 5 उग्रवादियों को धर दबोचा गया.
रविन्द्र गंझू की हत्या का खुलासा
उग्रवादियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रांची के चान्हो में मारे गए कुख्यात नक्सली रविंद्र गंझू की हत्या पर से भी पर्दा उठा दिया है. रविंद्र गंझू की हत्या देव सिंह और गोल्डन यादव ने मिलकर की थी. पूछताछ के दौरान देव सिंह मुंडा ने बताया है कि रविंद्र गंझू के पास एक पिस्टल थी, जो पुलिस ने जब्त कर ली है. रविंद्र गंझू गोल्डन यादव और देव सिंह मुंडा से लगातार हथियार खरीदने के लिए पैसे की डिमांड कर रहा था. रविंद्र गंझू को यह जानकारी मिली थी कि उसके इलाके से गोल्डन यादव और देव सिंह मुंडा ने मिलकर एक लाख रुपये की लेवी वसूली है. रविंद्र गंझू चाहता था कि वह पैसे, हथियार खरीदने के लिए उसे मिल जाएं. इसी विवाद में गोल्डन यादव ने रविंद्र की हत्या कर उसके शव को जमीन में गाड़ दिया था.
थाने आकर देता था हाजिरी
देव सिंह मुंडा को पुलिस ने पिछले साल गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जेल से निकलने के बाद उसे लगातार थाने बुलाकर हाजिरी की कार्रवाई करवाई जा रही थी. वह थाने में आकर अपनी हाजिरी भी देता था, लेकिन पिछले एक महीने में उसने थाने में हाजिरी देना बंद कर दिया. इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि देव सिंह वापस संगठन में चला गया है. इलाके के कारोबारियों को लेवी के लिए धमका रहा है, जिसके बाद एक टीम का गठन कर सभी उग्रवादियों को धर दबोचा गया.