रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड अलग राज्य के गठन के लिए चिन्हित 5 आंदोलनकारियों के मृत्यु के बाद उनके आश्रितों को लाभ देने के प्रस्ताव और अधिसूचना प्रारूप को स्वीकृती गुरुवार को दी है. इन आंदोलनकारियों के आश्रितों को सरकार द्वारा दिए गए प्रावधानों के तहत सुविधाएं संबंधित जिला के उपायुक्त द्वारा प्रदान की जाएगी.
झारखंड आंदोलनकारियों के आश्रितों की पहचान करते हुए उन्हें हर महीने देय बकाया सम्मान पेंशन राशि का एकमुश्त भुगतान राशि की उपलब्धता के आधार पर जिले के उपायुक्त सुनिश्चित करेंगे और प्रत्येक महीने का सम्मान पेंशन का उसके अगले माह में प्रथम सप्ताह तक भुगतान किया जाएगा. उपायुक्त यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी स्थिति में एक आंदोलनकारी के आश्रितों को दुबारा सम्मान पेंशन का भुगतान नहीं हो. इसके अलावा यह 1 अगस्त 2015 या आंदोलनकारी की मृत्यु जो बाद में हो उस तिथि से प्रभावी होगी.
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इसके तहत गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखंड के आंदोलनकारी स्वर्गीय महादेव सोरेन की आश्रित मंझली देवी, दुमका जिले के मसलिया प्रखंड के आंदोलनकारी स्वर्गीय हराधन किस्कू की आश्रित फुलमनी बास्की, साहिबगंज जिले के राजमहल प्रखंड के आंदोलनकारी स्वर्गीय बिहारी मंडल के आश्रित तारा देवी, गोड्डा जिले के पथरगामा प्रखंड के आंदोलनकारी स्वर्गीय प्रेमलाल टूडू के आश्रित सरोजिनी मरांडी और आंदोलनकारी स्वर्गीय द्वारिका प्रसाद साह के आश्रित ललिता देवी को यह लाभ मिलेगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में सहायक प्रिसिंपल के पद पर 52 अभ्यर्थियों के सीधी नियुक्ति को लेकर विभागीय स्थापना समिति की बैठक के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है. सभी नवनियुक्त सहायक प्राध्यापकों का पदस्थापन पलामू, दुमका और हजारीबाग में स्थापित नए मेडिकल कॉलेज समेत एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर और पीएमसीएच मेडिकल कॉलेज धनबाद में किया जाएगा. 52 अभ्यर्थियों में 13 महिलाएं भी शामिल है.