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पुलिस और सहायक पुलिस के बीच झड़प मामला, 30 नामजद ,1000 अज्ञात सहायक पुलिसकर्मियों पर एफआईआर - मोरहाबादी में पुलिस और सहायक पुलिस के बीच झड़प हुई थी

शुक्रवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में पुलिस और सहायक पुलिस के बीच झड़प मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. दर्ज प्राथमिकी में 30 नामजद और लगभग 1000 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है.

FIR registered
झड़प के दौरान का नजारा
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Published : Sep 19, 2020, 10:01 AM IST

रांची: मोरहाबादी मैदान में शुक्रवार को हुई पुलिस और सहायक पुलिस के बीच झड़प मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. दर्ज प्राथमिकी में 30 नामजद और लगभग 1000 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है. बता दें कि शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मी राजभवन घेरने के लिए निकले थे. पुलिस ने जब उन्हें रोका तो सहायक पुलिस कर्मियों के द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया. जिसके बाद पुलिस की टीम ने सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.



विभिन्न धाराओं में दर्ज हुई प्राथमिकी
सहायक पुलिस कर्मियो पर आईपीसी की धारा 307, 353, 323, 324 के तहत रांची के लालपुर थाना में मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि पुलिस के लाख समझाने के बावजूद सहायक पुलिस कर्मी नहीं माने और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया. इस पथराव में रांची के सिटी एसपी लालपुर थाना प्रभारी सार्जेंट मेजर सहित एक दर्जन पुलिसवाले घायल हो गए थे.


ये भी पढ़ें- केंद्रीय सरना समिति की बैठक, धर्म कोड समेत कई मांगों पर अड़े

पहले भी दर्ज हो चुका है प्राथमिकी
बता दें कि पांच दिन पहले भी घेराव करने को लेकर 20 सहायक पुलिस कर्मियों पर नामजद और 1000 अज्ञात सहायक पुलिस कर्मियों का लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसमें कोविड- 19 का उल्लंघन करने, धारा 144 का उल्लंघन करने सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है.



क्या है आंदोलन की वजह
2017 में राज्य के 12 नक्सल प्रभावित जिलों में 25 सहायक पुलिस कर्मियों की 10000 रुपये मानदेय पर नियुक्ति की गई थी. सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है कि नियुक्ति के समय में बताया गया था कि 3 साल बाद उनकी सेवा स्थाई हो जाएगी. लेकिन 3 वर्ष पूरा होने के बाद भी किसी का स्थायीकरण नहीं हुआ है. इसी मांग को लेकर सहायक पुलिस कर्मी मोराबादी मैदान में जमे हुए हैं.

रांची: मोरहाबादी मैदान में शुक्रवार को हुई पुलिस और सहायक पुलिस के बीच झड़प मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. दर्ज प्राथमिकी में 30 नामजद और लगभग 1000 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है. बता दें कि शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मी राजभवन घेरने के लिए निकले थे. पुलिस ने जब उन्हें रोका तो सहायक पुलिस कर्मियों के द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया. जिसके बाद पुलिस की टीम ने सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.



विभिन्न धाराओं में दर्ज हुई प्राथमिकी
सहायक पुलिस कर्मियो पर आईपीसी की धारा 307, 353, 323, 324 के तहत रांची के लालपुर थाना में मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि पुलिस के लाख समझाने के बावजूद सहायक पुलिस कर्मी नहीं माने और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया. इस पथराव में रांची के सिटी एसपी लालपुर थाना प्रभारी सार्जेंट मेजर सहित एक दर्जन पुलिसवाले घायल हो गए थे.


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पहले भी दर्ज हो चुका है प्राथमिकी
बता दें कि पांच दिन पहले भी घेराव करने को लेकर 20 सहायक पुलिस कर्मियों पर नामजद और 1000 अज्ञात सहायक पुलिस कर्मियों का लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसमें कोविड- 19 का उल्लंघन करने, धारा 144 का उल्लंघन करने सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है.



क्या है आंदोलन की वजह
2017 में राज्य के 12 नक्सल प्रभावित जिलों में 25 सहायक पुलिस कर्मियों की 10000 रुपये मानदेय पर नियुक्ति की गई थी. सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है कि नियुक्ति के समय में बताया गया था कि 3 साल बाद उनकी सेवा स्थाई हो जाएगी. लेकिन 3 वर्ष पूरा होने के बाद भी किसी का स्थायीकरण नहीं हुआ है. इसी मांग को लेकर सहायक पुलिस कर्मी मोराबादी मैदान में जमे हुए हैं.

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