रांची: झारखंड में रसोई गैस का कंपोजिट सिलेंडर (Composite Cylinder) लॉन्च कर दिया गया है. इंडियन ऑयल अपने ग्राहकों के लिए पूरे देश के साथ रांची में भी कंपोजिट सिलेंडर ला रहा है. फिलहाल इंडेन गैस की कुछ एजेंसियों में इसकी सुविधा दी जा रही है. कंपोजिट सिलेंडर उपभोक्ताओं के लिए बहुत फायदेमंद है.
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रसोई गैस के कंपोजिट सिलेंडर की खासियत
कंपोजिट सिलेंडर में त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है. इसकी पहली अंदरुनी परत ब्लो-मोल्डेड हाई-डेंसिटी पॉलिएथिलीन (एचडीपीई) से बनाई गई है. दूसरी परत पॉलीमर-लिपटे फाइबर ग्लास की बनी है और तीसरी बाहरी परत एचडीपीई जैकेट की है.
कंपोजिट सिलेंडर बहुत हल्का है. मौजूदा लोहे का खाली सिलेंडर 16 किलो का होता है. भरे सिलेंडर का वजन करीब 30 किलो हो जाता है. जबकि भरे कंपोजिट सिलेंडर का वजन मात्र15 किलो रहता है. लोहे के सिलेंडर में 14 किलो 200 ग्राम रसोई गैस होता है. कंपोजिट सिलेंडर की कैपिसिटी 10 किलो की होती है.ह ल्का वजन होने से वेंडरों को भी आसानी होगी और वे इमारत के ऊपर के मंजिल तक भी सिलेंडर आराम से पहुंचा सकेंगे.
नए सिलेंडर के पारदर्शी डिजाइन की वजह से उपभोक्ता आसानी से देख सकते हैं कि सिलेंडर में रसोई गैस की मात्रा कितनी है. अब ग्राहकों, वेंडर और एजेंसी के बीच गैस कम होने या चोरी का विवाद नहीं होगा. इसके साथ ही रिफिल बुकिंग में भी सुविधा होगी.
कंपोजिट सिलेंडर को स्वच्छ और आकर्षक डिजाइन का बनाया गया है. पारंपरिक लोहे के सिलेंडर के विपरित कंपोजिट सिलेंडर सतह पर जंग जैसे दाग नहीं छोड़ता है. आधुनिक रसोई घरों की दृष्टि से इसे आकर्षक और आदर्श डिजाइन दिया गया है.
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इंडेन कंपोजिट सिलेंडर वर्तमान में सभी प्रमुख शहरों में 5 किलो और 10 किलो आकार में चुनिंदा वितरकों के पास उपलब्ध है. कंपोजिट सिलेंडर लेने के लिए घरेलू गैर-सब्सिडी वाली श्रेणी के उपभोक्ताओं को 10 किलो वैरिएंट के लिए 3,350 रुपए और 5 किलो वैरिएंट के लिए 2,150 रुपए सुरक्षा जमा करवाने होंगे. मौजूदा उपभोक्ता सुरक्षा जमा में अंतर का भुगतान करके अपने मौजूदा स्टील सिलेंडर को कंपोजिट सिलेंडर से बदल सकते हैं. मौजूदा गैस सिलेंडर की तरह ही कंपोजिट सिलेंडर भी आपके घर तक पहुंचाया जाएगा.
कंपोजिट सिलेंडर को बढ़ावा देने की तैयारी
झारखंड में कंपोजिट सिलेंडर को बढ़ावा देने के लिए इंडियन ऑयल प्रबंधन की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है. झारखंड में कंपोजिट सिलेंडर की शुरुआत राज्यपाल रमेश बैस ने गुरुवार 7 अक्टूबर को की. राजभवन में आईओसी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने कंपोजिट सिलेंडर को उपयोगी बताते हुए इसे सर्वसुलभ बनाने की अपील की.
रांची के आदित्य गैस एजेंसी के मैनेजर भुवनेश्वर मेहता ने ईटीवी भारत को बताया कि यह सिलेंडर जल्द ही ग्राहकों को मिलेगा. फिलहाल 4 से 5 सिलेंडर सभी एजेंसी को दिए गए हैं. रांची के एक वेंडर ने बताया कि पुराने सिलेंडर को लोगों के घर तक पहुंचाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि उसका वजन बहुत भारी होता है. नए कंपोजिट सिलिंडर के आने से परेशानी कम होगी और ग्राहकों को घर तक सिलेंडर मिल जाएगा.