रांची: राजधानी में बहुचर्चित 8.50 करोड़ रुपए के मनी लॉड्रिंग घोटाले में जांच तेज कर दी है. ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए आरोपी और संजीवनी बिल्डकॉन के तत्कालीन निदेशक श्याम किशोर गुप्ता को 10 दिनों के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा है. ईडी ने 14 दिनों के लिए रिमांड की अदालत से मांग की थी.
गिरफ्तारी के बाद ईडी की विशेष अदालत में आरोपी श्याम किशोर गुप्ता को पेश किया गया, जहां से 26 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. ईडी के विशेष लोक अभियोजक एसआर दास ने बताया कि संजीवनी बिल्डकॉन मामले में जेडी नंदी, उसकी पत्नी अनामिका नंदी समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया गया है. ईडी ने ईसीआईआर 2/17 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
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गौरतलब है कि संजीवनी बिल्डकॉन के निदेशक समेत 14 लोगों पर फ्लैट और जमीन देने के नाम पर लोगों से पैसे ठगने का आरोप है. श्याम किशोर गुप्ता को पूछताछ के लिए 10 दिनों के लिए पुलिस रिमांड में लिया गया है. इस संबंध में ईडी की विशेष न्यायालय से 14 दिनों के लिए रिमांड की मांग की गई थी. फिलहाल अदालत ने 10 दिनों के लिए रिमांड स्वीकृत की है.
श्याम किशोर गुप्ता 3 अप्रैल 2013 से संजीवनी बिल्डकॉन के 30 मामलों में जेल जा चुका है. स्थानीय पुलिस की दबिश के कारण उसने अदालत में सरेंडर किया था. लंबे समय जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर निकला था. उसके खिलाफ सीबीआई ने लगभग एक दर्जन मुकदमें दर्ज कर रखे हैं. ईडी ने 9 नवंबर 2019 को आरोपी की रांची के कांके स्थित होटल की जमीन समेत अन्य संपत्ति जब्त कर ली है.