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ई-पास की वेबसाइट क्रैश, सोशल मीडिया पर आए मजेदार कमेंट - E-pass website of Jharkhand

झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत पाबंदियां लागू हैं. घर से बाहर निकलने के लिए ई-पास अनिवार्य कर दिया गया है. इसके लिए epassjharkhand.nic.in वेबसाइट लॉन्च की गई है. लेकिन ई-पास बनवाने के इच्छुक लोगों की संख्या काफी होने से यह वेबसाइट क्रैस हो गई. लोगों ने सोशल मीडिया पर इसका गुस्सा उतारा और कई मजेदार कमेंट किए.

People expressed their displeasure on crashing of e pass site
ई पास
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Published : May 17, 2021, 8:27 AM IST

रांची: झारखंड में 16 से 27 मई तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लागू है. इस दौरान किसी भी तरह के मूवमेंट के लिए ई पास अनिवार्य कर दिया गया है. ई-पास बनवाने के लिए वेबसाइट भी लॉन्च की गई है. लोड अधिक होने से यह वेबसाइट epassjharkhand.nic.in बीते दिन चार से अधिक बार क्रैश हुई, जिसके कारण आमलोगों को ई-पास बनवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. अधिकारियों के मुताबिक, ई पास बनाने के लिए अधिक दबाव के कारण सर्वर पर लोड पड़ने के कारण वेबसाइट क्रैश कर गई. यही वजह है कि घंटों के प्रयास के बाद भी लोग ई पास हासिल नहीं कर सके.

ये भी पढ़ें-राज्य सरकार पर भड़की मेयर आशा लकड़ा, ई-पास को बताया जनता से मजाक

कई तरह की खामियां

ई पास बनाने के लिए लॉन्च की गई वेबसाइट पर कई तरह की खामियों की शिकायत भी आमलोगों ने की है. कई लोगों ने वेबसाइट के काफी धीमे होने की शिकायत की है. कई जगहों पर वेबसाइट खुल ही नहीं रही. वहीं लॉग इन करने के बाद भी ई-पास में जिला कॉलम भरने के ऑप्शन कई बार नहीं मिलने की शिकायत भी लोगों ने की है. वहीं, अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार की रात से ही ई पास का सर्वर धीमा हो गया था, धीरे धीरे तकनीकी खामियों को दूर करने की कोशिश की जा रही है.

स्वास्थ्य सेवा और वैक्सीन के लिए पास जरूरी नहीं

राज्य सरकार के परिवहन विभाग ने ई पास के नियम में संशोधन किया है. शव यात्रा में शामिल लोगों को ई पास की आवश्यकता नहीं होगी. चिकित्सा उद्देश्यों और उससे जुड़े काम मसलन चिकित्सीय जांच, शारीरिक जांच, वैक्सीनेशन, मरीजों के हॉस्पिटल जाने और दवा लाने के लिए बाहर निकलने के लिए ई पास की जरूरत नहीं है. परिवहन आयुक्त के आदेश के मुताबिक, अनुमति प्राप्त सामग्रियों की खरीद के लिए जाने के लिए ई पास तीन घंटे की अवधि के लिए सुबह छह से 3 बजे तक प्राप्त किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- पुलिस ने वसूला 3.71 लाख का फाइन, ई-पास के बगैर बाहर निकलने वालों पर हुई कारवाई

सोशल वेबसाइट पर अजब-गजब के पोस्ट

ई पास वेबसाइट के क्रैश हो जाने पर लोगों ने सोशल प्लेटफॉर्म पर व्यंग किया है, जो काफी मजेदार रहे. हालांकि, इन पोस्ट से लोगों के बीच सरकार के प्रति नाराजगी को साफ देखा जा सकता है. कुछ इस तरह लोगों ने कही अपने मन की बात...

पहली पोस्ट- झारखंड सरकार का ई पास वाली वेबसाइट पॉजिटिव हो गई है, इसके बाद वह क्वारेंटाइन में चली गई है.

दूसरी पोस्ट- झारखंड में ई पास की वेबसाइट सुबह से वेंटिलेटर पर थी, अब वह नहीं रही.

तीसरी पोस्ट- एक यूजर ने तो यह तक लिखा कि, 'दिल पर हाथ रखकर बताइएगा, ई पास बनाने के चक्कर में आप सांस वाली समस्या भूल गए थे न. देखें यही फायदा है ई पास का. आपका ध्यान रोग से भटकाकर आपको निरोग कर देगा. वहीं एक ने यह तक पूछ डाला कि सीएम साहब शराब खरीदने के लिए सब्जीवाला पास चलेगा ना.

रांची: झारखंड में 16 से 27 मई तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह लागू है. इस दौरान किसी भी तरह के मूवमेंट के लिए ई पास अनिवार्य कर दिया गया है. ई-पास बनवाने के लिए वेबसाइट भी लॉन्च की गई है. लोड अधिक होने से यह वेबसाइट epassjharkhand.nic.in बीते दिन चार से अधिक बार क्रैश हुई, जिसके कारण आमलोगों को ई-पास बनवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. अधिकारियों के मुताबिक, ई पास बनाने के लिए अधिक दबाव के कारण सर्वर पर लोड पड़ने के कारण वेबसाइट क्रैश कर गई. यही वजह है कि घंटों के प्रयास के बाद भी लोग ई पास हासिल नहीं कर सके.

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कई तरह की खामियां

ई पास बनाने के लिए लॉन्च की गई वेबसाइट पर कई तरह की खामियों की शिकायत भी आमलोगों ने की है. कई लोगों ने वेबसाइट के काफी धीमे होने की शिकायत की है. कई जगहों पर वेबसाइट खुल ही नहीं रही. वहीं लॉग इन करने के बाद भी ई-पास में जिला कॉलम भरने के ऑप्शन कई बार नहीं मिलने की शिकायत भी लोगों ने की है. वहीं, अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार की रात से ही ई पास का सर्वर धीमा हो गया था, धीरे धीरे तकनीकी खामियों को दूर करने की कोशिश की जा रही है.

स्वास्थ्य सेवा और वैक्सीन के लिए पास जरूरी नहीं

राज्य सरकार के परिवहन विभाग ने ई पास के नियम में संशोधन किया है. शव यात्रा में शामिल लोगों को ई पास की आवश्यकता नहीं होगी. चिकित्सा उद्देश्यों और उससे जुड़े काम मसलन चिकित्सीय जांच, शारीरिक जांच, वैक्सीनेशन, मरीजों के हॉस्पिटल जाने और दवा लाने के लिए बाहर निकलने के लिए ई पास की जरूरत नहीं है. परिवहन आयुक्त के आदेश के मुताबिक, अनुमति प्राप्त सामग्रियों की खरीद के लिए जाने के लिए ई पास तीन घंटे की अवधि के लिए सुबह छह से 3 बजे तक प्राप्त किया जा सकता है.

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सोशल वेबसाइट पर अजब-गजब के पोस्ट

ई पास वेबसाइट के क्रैश हो जाने पर लोगों ने सोशल प्लेटफॉर्म पर व्यंग किया है, जो काफी मजेदार रहे. हालांकि, इन पोस्ट से लोगों के बीच सरकार के प्रति नाराजगी को साफ देखा जा सकता है. कुछ इस तरह लोगों ने कही अपने मन की बात...

पहली पोस्ट- झारखंड सरकार का ई पास वाली वेबसाइट पॉजिटिव हो गई है, इसके बाद वह क्वारेंटाइन में चली गई है.

दूसरी पोस्ट- झारखंड में ई पास की वेबसाइट सुबह से वेंटिलेटर पर थी, अब वह नहीं रही.

तीसरी पोस्ट- एक यूजर ने तो यह तक लिखा कि, 'दिल पर हाथ रखकर बताइएगा, ई पास बनाने के चक्कर में आप सांस वाली समस्या भूल गए थे न. देखें यही फायदा है ई पास का. आपका ध्यान रोग से भटकाकर आपको निरोग कर देगा. वहीं एक ने यह तक पूछ डाला कि सीएम साहब शराब खरीदने के लिए सब्जीवाला पास चलेगा ना.

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