रांचीः झारखंड आईएमए के महिला विंग के नेतृत्व में डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी नीरज सिन्हा से पुलिस हेड क्वार्टर में मुलाकात की. डॉक्टर नीलिमा के अपहरण मामले में उन्होंने डीजीपी से बात की. जिस पर डीजीपी ने उन्हें जानकारी दी कि अपरहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. लातेहार के चंदवा से 12 जनवरी को डॉक्टर नीलिमा का अपहरण कर लिया गया था और बाद में 2.5 लाख की फिरौती पर छोड़ा गया था.
ये भी पढ़ेंः Jharkhand Corona Updates: 27 जनवरी को झारखंड में कोरोना से 5 की मौत, 892 नए मामले मिले
कई दिनों से आईएमए की महिला विंग थी सक्रिः इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की महिला विंग विगत कई दिनों से डॉ नीलिमा के अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी. वीमेन डॉक्टर विंग, आइएमए झारखंड की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप के नेतृत्व में महिला डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल एवं झारखंड आई.एम.ए. सचिव डॉ. प्रदीप सिंह, रांची आई.एम.ए. अध्यक्ष डॉ. शम्भू सिंह ने पुलिस महानिदेशक से मिलकर डॉ. नीलिमा से फिरौती मांगने वाले अपहरणकर्ता की गिरफ़्तारी के लिए उनको धन्यवाद दिया और फिरौती की रकम शीघ्र वापस कराने की मांग की. वीमेन डॉक्टर्स विंग के प्रतिनिधिमंडल में शामिल महिला चिकित्सक डॉ ब्यूटी बनर्जी, डॉ रश्मि प्रसाद, डॉ तनुश्री चक्रवर्ती, डॉ अनुपम सिंह ने डीजीपी को बताया कि राज्य के दूर दराज के इलाकों में काम करने वाली महिला चिकित्सक काफी भयभीत स्थिति में काम कर रही हैं.
वीमेन डॉक्टर्स विंग की चेयरपर्सन डॉ भारती कश्यप ने बताया कि लातेहार के चंदवा में पदस्थापित महिला चिकित्सक डॉ नीलिमा कुमारी के अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी से चिकित्सक समुदाय राहत महसूस कर रहा है. झारखंड आई.एम.ए. के सचिव डॉ प्रदीप सिंह और रांची आई.एम.ए. के अध्यक्ष डॉ शम्भू सिंह ने कहा कोविड के समय सरकारी महिला चिकित्सक के साथ हुई यह घटना अत्यंत ही शर्मनाक घटना है और इससे राज्य के सभी चिकित्सक भयभीत हैं.
हैदराबाद से आए डॉ नीलिमा के भाई महेश्वर सिंह मुंडा जो कि पेशे से इंजिनियर हैं ने बताया कि एक महीने पहले ही उनके पिता की मौत के कारण उनका पूरा परिवार सदमे में था और अब बहन के अपहरण से पूरे परिवार को दूसरा आघात लगा था. अब अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी से हम खुश हैं. वीमेन डॉक्टर्स विंग, झारखंड और रांची आइएमए ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है, इसके लिए मैं बहुत शुक्रगुजार हूं.
आइएमए के प्रतिनिधिमंडल को डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि इस घटना पर उनकी व्यक्तिगत नजर पहले से है. इस घटना में शामिल अपराधी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी कर लिया गया है और पुलिस फिरौती की रकम को वापस कराने के लिए प्रयासरत है.