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झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: BJP-AJSU के गठबंधन पर होगा मंथन, दिल्ली भेजी जाएगी रिपोर्ट

झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले उठे आजसू और बीजेपी के बीच विवाद का निपटारा करने की कोशिशें तेज हो गई हैं. बीजेपी के कई बड़े नेता इस पर चर्चा करने के बाद इसकी रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे. जिसके बाद इनके रास्ते तय होंगे.

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Published : Nov 12, 2019, 8:57 PM IST

रांची: प्रदेश में लंबे समय से हाथ से हाथ मिलाकर चलने वाले बीजेपी और आजसू के गठबंधन को लेकर मंथन का दौर जारी है. बीजेपी सूत्रों का यकीन करें तो पार्टी के अंदरखाने इस विषय पर एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है. जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी नंदकिशोर यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश समेत अन्य नेता मौजूद हैं.

नफा और नुकसान पर चर्चा
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री निवास में कथित तौर पर चल रही इस बैठक में इस विषय पर गंभीर रूप से चर्चा की जाएगी कि आजसू को साथ लेकर चलने और उससे गठबंधन तोड़ने से क्या पार्टी को नफा और नुकसान हो सकता है. अलग-अलग बिंदुवार इस विषय पर चर्चा होगी और उससे जुड़ी एक रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को बीजेपी की प्रदेश इकाई देर रात तक भेजेगी.

ये भी पढ़ें- NDA गठबंधन को लेकर धुंध बरकरार, कुछ सीटों पर फ्रेंडली फाइट

बुधवार तक लेना है अंतिम फैसला
पार्टी सूत्रों का यकीन करें तो इस रिपोर्ट के आधार पर आजसू और बीजेपी के गठबंधन को लेकर कोई फैसला किया जाएगा. हालांकि आजसू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह ज्यादा कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं है. आजसू के अंदरूनी सूत्रों की माने तो बीजेपी को तय करना है कि गठबंधन कंटिन्यू किया जाए या फिर उससे कोई रास्ता अपनाया जाए. दरअसल 30 नवंबर को प्रथम चरण के लिए होने वाली वोटिंग के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 13 नवंबर है. इसलिए इस विषय पर दोनों पार्टियों को बुधवार तक अंतिम फैसला लेना होगा.

आजसू के संपर्क में हैं कई विधायक
इधर, बीजेपी के मुख्य सचेतक रहे राधा कृष्ण किशोर के आजसू के खेमे में शामिल होने पर आजसू के प्रति बीजेपी के अंदरखाने अच्छा मैसेज नहीं गया है. आजसू सूत्रों का यकीन करें तो कई अन्य विधायक भी पार्टी के संपर्क में हैं, जिन्हें उनके दलों ने टिकट नहीं दिया है.

रांची: प्रदेश में लंबे समय से हाथ से हाथ मिलाकर चलने वाले बीजेपी और आजसू के गठबंधन को लेकर मंथन का दौर जारी है. बीजेपी सूत्रों का यकीन करें तो पार्टी के अंदरखाने इस विषय पर एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है. जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी नंदकिशोर यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश समेत अन्य नेता मौजूद हैं.

नफा और नुकसान पर चर्चा
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री निवास में कथित तौर पर चल रही इस बैठक में इस विषय पर गंभीर रूप से चर्चा की जाएगी कि आजसू को साथ लेकर चलने और उससे गठबंधन तोड़ने से क्या पार्टी को नफा और नुकसान हो सकता है. अलग-अलग बिंदुवार इस विषय पर चर्चा होगी और उससे जुड़ी एक रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को बीजेपी की प्रदेश इकाई देर रात तक भेजेगी.

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बुधवार तक लेना है अंतिम फैसला
पार्टी सूत्रों का यकीन करें तो इस रिपोर्ट के आधार पर आजसू और बीजेपी के गठबंधन को लेकर कोई फैसला किया जाएगा. हालांकि आजसू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह ज्यादा कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं है. आजसू के अंदरूनी सूत्रों की माने तो बीजेपी को तय करना है कि गठबंधन कंटिन्यू किया जाए या फिर उससे कोई रास्ता अपनाया जाए. दरअसल 30 नवंबर को प्रथम चरण के लिए होने वाली वोटिंग के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 13 नवंबर है. इसलिए इस विषय पर दोनों पार्टियों को बुधवार तक अंतिम फैसला लेना होगा.

आजसू के संपर्क में हैं कई विधायक
इधर, बीजेपी के मुख्य सचेतक रहे राधा कृष्ण किशोर के आजसू के खेमे में शामिल होने पर आजसू के प्रति बीजेपी के अंदरखाने अच्छा मैसेज नहीं गया है. आजसू सूत्रों का यकीन करें तो कई अन्य विधायक भी पार्टी के संपर्क में हैं, जिन्हें उनके दलों ने टिकट नहीं दिया है.

Intro:रांची। प्रदेश में लंबे समय से हाथ में हाथ मिलाकर चलने वाले बीजेपी और आजसू के गठबंधन को लेकर मंथन का दौर जारी है। बीजेपी सूत्रों का यकीन करें तो पार्टी के अंदरखाने इस विषय पर एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है। जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी नंदकिशोर यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह और प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश समेत अन्य नेता मौजूद है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री निवास में कथित तौर पर चल रही इस बैठक में इस विषय पर गंभीर रूप से चर्चा की जाएगी कि आजसू को साथ लेकर चलने और उससे गठबंधन तोड़ने से क्या पार्टी को नफ़ा और नुकसान हो सकता है। अलग-अलग बिंदुवार इस विषय पर चर्चा होगी और उससे जुड़ी एक रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को बीजेपी की प्रदेश इकाई देर रात तक भेजेगी।


Body:पार्टी सूत्रों का यकीन करें तो इस रिपोर्ट के आधार पर आजसू और बीजेपी के गठबंधन को लेकर कोई फैसला किया जाएगा।

हालांकि आजसू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह ज्यादा कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं है। आजसू के अंदरूनी सूत्रों की माने तो बीजेपी को तय करना है कि गठबंधन कंटिन्यू किया जाए या फिर उससे कोई रास्ता अपनाया जाए। दरअसल 30 नवंबर को प्रथम चरण के लिए होने वाली वोटिंग के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख तेरह नवंबर है। इसलिए इस विषय पर दोनों पार्टियों को बुधवार तक अंतिम फैसला लेना होगा। इधर बीजेपी के मुख्य सचेतक रहे राधा कृष्ण किशोर के आजसू के खेमे में शामिल होने पर आजसू के प्रति बीजेपी के अंदर खाने अच्छा मैसेज नहीं गया है। आजसू सूत्रों का यकीन करें तो कई अन्य विधायक भी पार्टी के संपर्क में हैं जिन्हें उनके दलों ने टिकट नहीं दिया है।


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