रांचीः राजधानी में फेसबुक जैसे सोशल साइट्स का प्रयोग कर अवैध हथियारों की खरीद बिक्री हो रहा है. Facebook के माध्यम से रिवाल्वर से लेकर कट्टा तक उचित दाम में देने की बात कही जा रही है. पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए रांची पुलिस फेसबुक पर हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह की तलाश में जुटी हुई है.
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क्या है मामला
रांची सिटी नाम के एक फेसबुक प्लेटफार्म पर विकास शर्मा नाम के एक शख्स ने कई अवैध हथियारों की तस्वीर डालकर अपना फोन नंबर भी जारी किया है. जिसमें उसने लिखा है कि जिस भाई को भी देसी कट्टा, पिस्टल और रिवाल्वर चाहिए उसे व्हाट्सएप पर कॉल करें. यहां तक कि विकास शर्मा ने अपना फोन नंबर भी फेसबुक पेज पर शेयर किया है. इसके साथ ही फेसबुक पेज पर पिस्टल रिवाल्वर जैसे दूसरे हथियारों की तस्वीर भी डाली गयी है.
Facebook Page पर हथियारों की खरीद बिक्री की बात सामने आने के बाद रांची पुलिस भी विकास शर्मा की तलाश में जुट गयी है. रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि उनकी जानकारी में सारी बात आई है. पूरे मामले का सत्यापन किया जा रहा है, टेक्निकल टीम पूरे मामले पर काम कर रही है.
राज्य से बाहर का है लोकेशन
अब तक की जांच में रांची पुलिस को यह जानकारी मिली है कि विकास शर्मा नाम का यह शख्स पहले भी इस तरह के पोस्ट डाल चुका है. रांची पुलिस की टेक्निकल टीम को यह भी जानकारी मिली है कि विकास शर्मा नाम का जो भी सख्त है वो फिलहाल झारखंड में नहीं है. किसी बाहरी राज्य से फेसबुक को अपडेट कर रहा है.
पहले भी आ चुके हैं मामले
इसी वर्ष रांची पुलिस ने रंगदारी मांगने के मामले में गैंग्स्टर सुजीत सिन्हा के करीबी अमित चौधरी उर्फ मयंक सिंह को गिरफ्तार किया था. अमित चौधरी ने अपने इकबालिया बयान में यह बताया था कि झारखंड और यूपी के बड़े-बड़े गैंगस्टर्स फेसबुक पर सक्रिय हैं. फेसबुक पर बदमाश कंपनी और गैंग्स्टर जैसे पेज बने हुए हैं. इस पेज के माध्यम से वैसे बेरोजगार युवक जो बड़े गैंगस्टर के लाइफस्टाइल को देखकर उनके जैसा बनना चाहते हैं और गैंग ज्वाइन करते हैं.
झारखंड के धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा फेसबुक के माध्यम से ही नए लड़कों को अपने गैंग में भर्ती कर उनसे अपराध की वारदातों को अंजाम दिलवा रहा है. अमित चौधरी भी सुजीत सिन्हा से फेसबुक के माध्यम से ही जुड़ा था. उसने झारखंड के कई गैंगस्टर्स से संपर्क किया था ताकि उसे काम मिल सके. इसी बीच फेसबुक के माध्यम से उसे दो कुख्यात अपराधियों से पहचान हो गयी जिनमें सुजीत और अभिषेक पंडित शामिल थे.
अमित चौधरी की काबिलियत को देखते हुए सुजीत सिन्हा ने उसका प्रयोग कारोबारियों से रंगदारी मांगने के लिए शुरू किया. अमित चौधरी बड़े-बड़े कंस्ट्रक्शन साइट्स और कारोबारियों के ठिकानों की वीडियोग्राफी और फोटो खींचकर सुजीत सिन्हा के पास भेजता था, जिसके बाद उनसे रंगदारी की डिमांड की जाती थी.
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अभिषेक पंडित ने अवैध हथियार के धंधे में उतारा था
अमित चौधरी और उसका एक और दोस्त फेसबुक के जरिए ही यूपी के अपराधी अभिषेक पंडित के संपर्क में आए थे. अभिषेक पंडित ने उन्हें अपने गैंग को झारखंड में स्थापित करने के लिए कहा था. बकायदा उन्हें अवैध हथियार के धंधे में शामिल होने का न्योता दिया था और यह बताया था कि उन्हें जो भी हथियार चाहिए वह उन्हें यूपी से उपलब्ध करवा दिया जाएगा जिसे वो झारखंड के अपराधियों के बीच बेच सकते हैं.
पुलिस ने अमित चौधरी का जो मोबाइल बरामद किया था उसके चैट बेहद चौंकाने वाले थे. इस चैट्स से यह साबित होता था कि अमित चौधरी सुजीत सिन्हा और अभिषेक पंडित से लगातार संपर्क में था. व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर में बड़े बड़े कारोबारियों से कैसे पैसा वसूलना है, जो पैसा नहीं दे उनके यहां कब हमला करना है. इस बतचीत के अलावा हथियारों की तस्वीरें भी पाई गयी थी.