रांची: बिहार के पूर्व सीएम सजायाफ्ता लालू यादव की सुरक्षा में तैनात एएसआई हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. हत्याकांड में एक को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, घटना में शामिल चार अन्य पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. गिरफ्तार आरोपी तुपुदाना इलाके के बेरमाद जीवासी का रहने वाला अजित तिर्की है.
पुलिस के अनुसार 31 जुलाई की रात एएसआई कामेश्वर पांच अन्य लोगों के साथ बेरमाद महुआटोली स्थित एक स्कूल के बरामदे में शराब पी रहा था. पीने-खाने के बाद किसी बात को लेकर अपराधियों के साथ उसका विवाद हुआ. इसी दौरान एएसआई ने अपराधियों के साथ गाली-गलौज कर दी. इसके बाद एक अपराधी ने उन्हें पत्थर से सिर पर मार दिया, जिससे वह जमीन पर गिर गया. अधमरा करने के बाद अपराधियों ने उन्हे 100 फीट गहरे खदान में फेंक दिया. इसके बाद वहां से भाग निकले. एक अगस्त को एएसआई का शव खदान से बरामद किया गया. इधर, अन्य चार अपराधियों को दबोचने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं पकड़े गए अन्य चार को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया है.
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मार्च से लालू की सुरक्षा में थे तैनात
मृतक कामेश्वर रविदास की वर्ष 2016 में तुपुदाना ओपी इलाके में टाइगर जवान के रूप में पोस्टिंग हुई थी. वर्ष 2019 में एएसआई के पद पर प्रमोशन हुआ था. प्रमोशन के बाद तुपुदाना थाने में ही ड्यूटी पर था. मार्च के अंतिम सप्ताह में एएसआई को रिम्स में इलाजरत लालू यादव की सुरक्षा के लिए रिम्स में प्रतिनियुक्त किया गया था. इस दौरान एएसआई का एक कमरा तुपुदाना थाने में ही था. एएसआई कामेश्वर रविदास बिहार के नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के सिरियुपुर गांव के मूल निवासी थे.