रांची: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश के लॉकडाउन होने के बाद लोगों की मदद करने के लिए जहां राज्य सरकार के साथ-साथ कई सामाजिक संगठन तत्पर दिख रहे हैं, तो वहीं राज्य में कई ऐसे युवा अधिकारी भी हैं जो अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए अपनी मर्जी से कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से राज्य सरकार और राज्यवासियों की मदद करने के लिए स्वास्थ्य विभाग में बतौर अतिरिक्त प्रभार ग्रहण कर रहे हैं.
राज्य सरकार की मदद के लिए तीन युवा आईएएस आए आगे
ऐसे ही झारखंड के तीन अधिकारी दिव्यांशु झा, फैजल अहमद मुमताज और उमाशंकर सिंह ने अपनी जिम्मेदारियों के साथ-साथ नैतिकता का निर्वहन करते हुए खुद से आगे आकर स्वास्थ्य विभाग में अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किए हैं, जो पूरे समाज के लिए एक मिसाल कहा जा सकता है.
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पहले हैं आईएएस अधिकारी दिव्यांशु झा
बता दें कि युवा आईएएस अधिकारी दिव्यांशु झा रांची के उप विकास आयुक्त के साथ-साथ जैप सीईओ, संयुक्त सचिव योजना समिति सहित कई विभिन्न पदों पर कार्यरत रह चुके हैं. वे वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय में बतौर संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थापित हैं. उसके बावजूद भी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई और झारखंड में बढ़ते संकट के समय में राज्य सरकार की मदद करने खुद ही आगे आए हैं.
दूसरे आईएस अधिकारी उमाशंकर सिंह
वहीं, राज्य के दूसरे आईएस अधिकारी उमाशंकर सिंह भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए राज्य सरकार और राज्यवासियों के संकट की घड़ी में मदद करने के लिए आगे आकर स्वास्थ विभाग को अपना योगदान देने का निर्णय लिया है. उमाशंकर सिंह 2009 बैच के आईएएस हैं जो देवघर जिले में एसडीएम, गिरिडीह में डीसी, राज्य सरकार में श्रम आयुक्त और माध्यमिक शिक्षा के निदेशक और वर्तमान में सर्व शिक्षा अभियान में परियोजना निदेशक के पद पर कार्यरत हैं.
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तीसरे आईएस फैजल अहमद मुमताज
2014 बैच के तीसरे आईएस फैजल अहमद मुमताज जो वर्तमान में परिवहन आयुक्त के रूप में पदस्थापित हैं, लेकिन अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए स्वास्थ्य विभाग में अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया है. राज्यवासियों और राज्य सरकार की मदद के लिए इस संकट की घड़ी में खुद से अतिरिक्त प्रभार ग्रहण करने का काम किया है, जो निश्चित रूप से समाज को एक बेहतर संदेश है.