रांचीः राजधानी के बरियातू स्थित मेटास सेवंथ डे एड्वेंटिस्ट अस्पताल में कोरोना क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने का विरोध शुरू हो गया है. रांची विश्वविद्यालय के बाद इस अस्पताल को जिला प्रशासन भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने इस परिसर को आवासीय परिसर का हवाला देते हुए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने का विरोध किया है.
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आवासीय परिसर के लोगों ने किया विरोध
मंगलवार को अस्पताल के तमाम कर्मचारी अस्पताल परिसर पर तालाबंदी की और क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने को लेकर इसका विरोध किया. तमाम कर्मचारियों का कहना है कि यह पूरी तरह आवासीय क्षेत्र है. ऐसे में इस अस्पताल को कोरोना वायरस सेंटर बनाना सही नहीं होगा. क्योंकि पहले से ही यहां कई बीमारियों का इलाज अस्पताल कर रहा है. रोजाना सामान्य मरीज भी इस अस्पताल में आकर इलाज करवाते हैं. अगर इस अस्पताल को कोरोना क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए चिन्हित किया जाता है तो अन्य मरीजों की हालत खराब होगी. वहीं यहां के तमाम कर्मचारियों का कहना है कि किसी भी हालत में इस अस्पताल को क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में डेवलप करने नहीं दिया जाएगा.