रांची: JPCC की कमान डॉ रामेश्वर उरांव को सौंपे जाने के बाद पार्टी में नई उम्मीद जगी है. उम्मीद की जा रही है कि पार्टी के अंतर्कलह को खत्म करते हुए संगठन एकजुटता के साथ आगे बढ़ेगा. जल्द ही विधानसभा चुनाव झारखंड में होने वाले हैं. ऐसे में नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष के लिए एकजुटता के साथ चुनावी मैदान में उतरना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने उम्मीद जाहिर की है कि नए नेतृत्व से संगठन मजबूत होगा.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि नए नेतृत्व के लिए विधानसभा चुनाव में कई चुनौतियां रहेंगी. शीर्ष नेतृत्व ने बेहतर तरीके से विचार विमर्श के बाद ही प्रदेश कांग्रेस की कमान अनुभवी नेताओं के हाथों सौंपी है. ऐसे में सरकार ने आम जनता के लिए बड़े-बड़े दावों की पोल खोलने के लिए नया नेतृत्व सही साबित होगा. संगठन में जमीनी स्तर तक के कार्यकर्ताओं में फिर से एकजुटता आएगी और कांग्रेस बीजेपी को झारखंड की सत्ता से उखाड़ फेंकने के अपने लक्ष्य को पूरा कर पाएगी.
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के चुने जाने के बाद पार्टी में नई ऊर्जा का संचार देखा जा रहा है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता ने कहा कि आलाकमान ने आकलन करके प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष का चुनाव किया है. जो आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को एकजुटता के साथ उतारने में सफल होगा. उनका मानना है कि हर प्रमंडल को ध्यान में रखते हुए कार्यकारी अध्यक्ष का चुनाव किया गया है. जो एक सही निर्णय है. इससे सभी प्रमंडल में पार्टी को मजबूत करने में कार्यकारी अध्यक्ष अहम भूमिका निभाएंगे.