रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने राज्य में लगातार पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सोमवार को राजभवन के समक्ष विरोध स्वरूप धरना दिया. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह संदेश दे रहे हैं कि वह अपनी आंखें खोले और देश की समस्या को देखें. देश की अर्थव्यवस्था पर कोई संकट न आए. इसके लिए जल्द से जल्द पेट्रोल डीजल के मूल्य में कमी करें.
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने राजभवन के समक्ष पेट्रोल डीजल के मूल्य वृद्धि के खिलाफ धरना दिया. हालांकि, बारिश की वजह से इस कार्यक्रम में विघ्न जरूर पड़ी, लेकिन कांग्रेसियों ने बारिश के बावजूद अपना विरोध कार्यक्रम जारी रखा. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश की समस्या को प्रधानमंत्री नहीं देखना चाहते हैं. 2014 में 63-64 रुपए लीटर पेट्रोल की कीमत थी, लेकिन वर्तमान में 80 के पार हो गई है. कोरोना नियंत्रण में भी प्रधानमंत्री विफल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं. इसलिए देश पर ध्यान देना जरूरी है. जल्द से जल्द पेट्रोल डीजल की मूल्य में कमी करें ताकि लोगों को समस्या न हो और देश की अर्थव्यवस्था पर कोई संकट न आए.
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि देश की सरकार मनोरम और मंगलमय माहौल में देश को जलाना चाहती है, जिस तरीके से तेल का दाम बढ़ा रही है लगता है कि सारी व्यवस्थाओं को ठप करने का बीड़ा सरकार ने उठाया है. देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सीमाएं असुरक्षित हो गई हैं. देश में आंतरिक संसाधन आम जनता के लिए मंहगे हो गए हैं. उन्होंने कहा कि सभी मोर्चों पर मोदी सरकार विफल हो गई है.
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वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि मोदी सरकार में आम आदमी बेरोजगार हो गया है. आम आदमी का कोई महत्व नहीं रहा है. पिछले 3 महीनों से जिनके घर बंद हैं उनकी गाड़ी कैसे स्टार्ट होगी. उन्होंने कहा कि कही से रोजगार इस हालात में संभव नहीं दिख रहा है. ऐसे में न ही सरहद सुरक्षित है और न ही आम लोग सुरक्षित हैं.