रांची: शुक्रवार को जपला सीमेंट फैक्ट्री के मामले पर विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के इस्तीफे को कांग्रेस पार्टी ने पॉलीटिकल ड्रामा करार दिया है. कांग्रेस का मानना है कि पिछले 5 वर्षों में बंद पड़े इस फैक्ट्री का मामला विधायक द्वारा नहीं उठाया गया. जब कांग्रेस ने इसको लेकर आंदोलन की मुहिम छेड़ी तब उन्होंने इस्तीफा देने का ड्रामा सदन में किया.
प्रदेश की कांग्रेस पार्टी का मानना है कि उद्योग मंत्री सीपी सिंह ने भी जिस तरह से सदन में जपला सीमेंट फैक्ट्री के मामले पर जवाब दिया है. उससे यह इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार सिर्फ मोमेंटम झारखंड जैसे आयोजन करा कर हजारों करोड़ रुपए खर्च करने पर तुली हुई है, जबकि वर्षों से बंद पड़े जपला सीमेंट फैक्ट्री को शुरू करने या उसकी जगह पर दूसरे उद्योग लगाने को लेकर इन्वेस्टर को नहीं ले जाना चाहती.
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद तौसीफ ने शनिवार को जपला सीमेंट फैक्ट्री के मामले पर कहा है कि स्थानीय विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने अपने कार्यकाल में बंद पड़े फैक्ट्री के जगह पर उद्योग लगाने को लेकर सरकार से कोई सिफारिश नहीं की, लेकिन जब चुनाव नजदीक है और कांग्रेस पार्टी ने आंदोलन शुरू किया तो उन्होंने पॉलीटिकल ड्रामा किया.
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वहीं मंत्री सीपी सिंह भी जिस तरह से जवाब देते नजर आए. वह कहीं से सही नहीं लगता है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी की मांग है कि सरकार इसको संज्ञान में लेते हुए बंद पड़े फैक्ट्री की जगह पर कोई उद्योग स्थापित करें ताकि बेरोजगार युवकों को रोजगार मिल सके. सरकार अगर इस पर ध्यान नहीं देगी तो कांग्रेस पार्टी आने वाले दिनों में पुरजोर तरीके से आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगी.