रांची: सत्तारूढ़ बीजेपी की सहयोगी दल आजसू पार्टी पर कांग्रेस और जेवीएम ने जमकर निशाना साधा है. विपक्ष का मानना है कि आजसू की कथनी और करनी में काफी फर्क है. सरकार में रहने के लिए सौदेबाजी करने से भी आजसू नहीं चूकती है.
सरकार में शामिल आजसू पार्टी पर हमेशा से आरोप लगते रहे हैं कि जन मुद्दों को लेकर वह जनता के भी जाती है, लेकिन सरकार में रहते हुए भी जनता की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाती है. ऐसे में विपक्षी दल मानते हैं कि वोट की राजनीति करने और सरकार में रहने के लिए आजसू पार्टी राजनीति करती आई है. यही वजह है कि वह सरकार में हमेशा शामिल रही है, लेकिन जनता के लिए सकारात्मक काम नहीं कर पाई है.
बंधु तिर्की ने कहा आजसू के बारे में बात करना बेकार है
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन का मानना है कि आजसू पार्टी सौदेबाजी और समझौते वाली पार्टी है. जो सरकार में रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. जबकि झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव बंधु तिर्की ने कहा है कि आजसू पार्टी के बारे में कुछ कहना बेकार है, क्योंकि उनकी कथनी और करनी में काफी फर्क है.
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आजसू ने विपक्ष के फेल होने का किया दावा
विपक्षी दलों के आरोपों को लेकर आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा है कि आजसू हमेशा सकारात्मक राजनीति करती है. चाहे वह सरकार बनाने में हो या फिर सरकार चलाने में हो. बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में है, तो आजसू छोटे भाई की भूमिका में है. ऐसे में उनकी आलोचना कहीं से सही नहीं है, क्योंकि विपक्ष आपस में ही आरोप-प्रत्यारोप में उलझी हुई रही है.
उन्होंने कहा है कि अगर पिछले चुनाव के मार्कशीट पर ध्यान दें तो विपक्ष की तुलना में आजसू पार्टी ने जिस सब्जेक्ट का एग्जाम दिया, उसमें अच्छे मार्क्स लाए हैं. जबकि विपक्ष का प्रदर्शन खराब है. उन्होंने दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनके मार्कशीट पर नंबर भी नहीं बचेंगे.