रांची: नगर विकास मंत्री सीपी सिंह को भले ही कर्मयोद्धा की उपाधि मिली हो, लेकिन उनकी पार्टी के ही राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार ने नगर विकास विभाग और नगर निगम की योजनाओं पर सवाल खड़े किए हैं. इसको लेकर प्रदेश की विपक्षी पार्टियों ने मंत्री सीपी सिंह पर निशाना साधा है.
कांग्रेस ने साधा निशाना
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता शमशेर आलम ने नगर विकास मंत्री सीपी सिंह को लेकर कहा है कि उन्हें कर्मयोद्धा की जगह कर्म विनाशक का खिताब देना चाहिए. क्योंकि उनकी ही पार्टी के राज्यसभा सदस्य ने उन्हें आईना दिखाने का काम किया है. नगर विकास मंत्री ने शहर का विकास नहीं बल्कि दुर्गति कर दी है. ऐसे में मुख्यमंत्री से मांग करते हुए आलम ने कहा है कि नगर विकास मंत्री के कार्यों की जांच की जानी चाहिए और उन्हें मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए.
सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल
ऐसा नहीं है कि नगर विकास मंत्री को ही सिर्फ आइना दिखाने का काम किया गया है बल्कि इससे पहले भी कुछ ऐसे मुद्दे सामने आए हैं, जिसमें सरकार के खिलाफ उनके ही मंत्री सवाल खड़ा करते नजर आए हैं. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश गुप्ता ने कहा है कि इससे पहले भी कैबिनेट मंत्री सरयू राय द्वारा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए गए हैं. उन्होंने कहा कि नगर विकास मंत्री की कार्यशैली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हाईकोर्ट के जस्टिस ने हरमू नदी को लेकर नगर विकास विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है.
जेएमएम ने भी साधा निशाना
प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह को लिखे खुले पत्र को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. झामुमो ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी सांसद ने अपने ही दल के नेता और राज्य के मंत्री के खिलाफ आरोप लगाए हैं. उससे जाहिर होता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार गंभीर नहीं है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने गुरुवार को कहा कि शहरी विकास मंत्री के ऊपर 600 करोड़ रुपए के घोटाले में कथित रूप से शामिल होने का आरोप लगा है. उन्होंने कहा कि शहरी विकास मंत्री ऐसी शख्सियत हैं जिन्हें राजधानी में बहने वाली हरमू नदी को नाले में परिणत करने का श्रेय जाता है.
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अपने ही सांसद लगा रहे आरोप
भट्टाचार्य ने कहा कि चाहे शहर में नाली निर्माण की बात हो या राज्य में तालाबों के सौंदर्यीकरण की बात, इन सभी मामलों में शहरी विकास विभाग सवालों के घेरे में आता है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा सांसद ने भी साफ लिखा है कि मंत्री शहर को कंक्रीट का जंजाल बनाना चाह रहे हैं. भट्टाचार्य ने कहा कि अजीब विडंबना है कि इससे पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास की कार्यप्रणाली को लेकर भी उनके मंत्री सरयू राय ने सवाल खड़े किए थे. अब राज्यसभा सांसद राज्य के मंत्री के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं.