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सीएम ने की पोषण माह की शुरुआत, बच्चों के साथ दौड़ लगाकर कुपोषण मुक्त झारखंड बनाने का लिया संकल्प - कुपोषण मुक्त झारखंड

राजधानी के मोरहाबादी मैदान में रविवार को मुख्यमंत्री ने कुपोषण मुक्त राज्य बनाने को लेकर पोषण माह की शुरुआत की. इससे तहत रेडी टू ईट के जरिए बच्चों को बच्चों को अच्छा पौष्टिक आहार मिलेगा. वहीं, सीएम ने गर्भवती माताओं के आहार का विशेष ध्यान रखने को लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं के अपील की है.

पोषण माह की शुरुआत
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Published : Sep 1, 2019, 4:27 PM IST

रांची: राजधानी के मोरहाबादी मैदान से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण माह की शुरुआत की. पोषण आहार के शुभारंभ कार्यक्रम में हजारों बच्चे शामिल रहे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण राज्य की भविष्य को खराब करता है. कुपोषण मुक्त अभियान के तहत राज्य के हर घर तक आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा लोगों को पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी. ताकि झारखंड को कुपोषण मुक्त किया जा सके.

देखें पूरी खबर

गर्भवती माताओं को पोषण आहार
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सीएम रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण देश के साथ-साथ राज्य के लिए भी बड़ी समस्या है, क्योंकि झारखंड के सुदूर इलाकों में आदिवासी माता बहनों को पोषण की सही जानकारी नहीं होती. इसके कारण उन्हें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. कुपोषित होने की वजह से आने वाला कल भी कुपोषित हो रहा है. सीएम ने कहा कि गर्भवती माताओं के लिए सरकार पोषण आहार पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि उनके गर्भ में पलने वाला बच्चा कुपोषित ना हो सके.

मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की योजना
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से बच्चों को अच्छी पौष्टिक आहार देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएसआर के माध्यम से सरकार कई आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने जा रहा है, ताकि राज्य के सुदूर इलाकों में भी आंगनबाड़ी बहनों के माध्यम से नौनिहालों को बेहतर पौष्टिक आहार मिल सके.

ये भी पढ़ें- दक्षिणी छोटानागपुर पुलिस ड्यूटी मीट का समापन, खूंटी बना ओवरऑल चैंपियन

रेडी टू ईट किया जाएगा तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडी टू ईट को भी अब राज्य की सखी मंडल की बहनों द्वारा चलाया जाएगा, ताकि रेडी टू ईट में पोषक तत्व पर विशेष ध्यान दिया जा सके, क्योंकि अभी तक बच्चों को देने वाली भोजन रेडी टू ईट कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से बाहर के ठेकेदारों के द्वारा दिए जाते थे, लेकिन अब जल्द ही राज्य सरकार इसे सखी मंडल की बहनों द्वारा तैयार कराया जाएगा. जिससे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार मिल सकेगा.

आंगनबाड़ी सेविकाएं घर-घर जाकर देंगी जानकारी
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविकाओं से अपील करते हुए कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार को लेकर राज्य के सुदूर इलाकों में घर-घर जाकर जानकारी दें.

ये भी पढ़ें- पशु तस्करी पर JMM ने बीजेपी को घेरा, कहा- बीजेपी नेता करते हैं अवैध कारोबार

कुपोषण एक बड़ा कारण- प्रधान सचिव

कार्यक्रम में मौजूद महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रधान सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि राज्य में कुपोषण एक बड़ा कारण बना हुआ है. जिसकी मुख्य वजह जानकारी का अभाव है. सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि लोगों तक पौष्टिक आहार पहुंचाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ-साथ समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडीएस सिस्टम, पंचायतीराज सिस्टम सहित कई विभागों के सहयोग से ही कुपोषण को समाप्त किया जा सकता है.

कार्यक्रम में सीएम भी हुए शामिल

वहीं, मौके पर मौजूद रांची के डीसी राय महिमापत रे ने कहा कि यह कार्यक्रम एक माह तक चलाया जाएगा. जिसके तहत महीने भर होने वाले कार्यक्रम के माध्यम से घर-घर जाकर पोषण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा. पोषण माह के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद लोगों को राज्य कुपोषण मुक्त बनाने के लिए शपथ दिलाई और मौके पर मौजूद बच्चों के साथ मोरहाबादी मैदान से थोड़ी दूर तक दौड़ भी लगाया. बच्चों ने भी मुख्यमंत्री के साथ दौड़ लगाकर खुशी जाहिर की एवं मस्ती करते नजर आए.

रांची: राजधानी के मोरहाबादी मैदान से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण माह की शुरुआत की. पोषण आहार के शुभारंभ कार्यक्रम में हजारों बच्चे शामिल रहे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण राज्य की भविष्य को खराब करता है. कुपोषण मुक्त अभियान के तहत राज्य के हर घर तक आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा लोगों को पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी. ताकि झारखंड को कुपोषण मुक्त किया जा सके.

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गर्भवती माताओं को पोषण आहार
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सीएम रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण देश के साथ-साथ राज्य के लिए भी बड़ी समस्या है, क्योंकि झारखंड के सुदूर इलाकों में आदिवासी माता बहनों को पोषण की सही जानकारी नहीं होती. इसके कारण उन्हें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. कुपोषित होने की वजह से आने वाला कल भी कुपोषित हो रहा है. सीएम ने कहा कि गर्भवती माताओं के लिए सरकार पोषण आहार पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि उनके गर्भ में पलने वाला बच्चा कुपोषित ना हो सके.

मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की योजना
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से बच्चों को अच्छी पौष्टिक आहार देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएसआर के माध्यम से सरकार कई आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने जा रहा है, ताकि राज्य के सुदूर इलाकों में भी आंगनबाड़ी बहनों के माध्यम से नौनिहालों को बेहतर पौष्टिक आहार मिल सके.

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रेडी टू ईट किया जाएगा तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडी टू ईट को भी अब राज्य की सखी मंडल की बहनों द्वारा चलाया जाएगा, ताकि रेडी टू ईट में पोषक तत्व पर विशेष ध्यान दिया जा सके, क्योंकि अभी तक बच्चों को देने वाली भोजन रेडी टू ईट कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से बाहर के ठेकेदारों के द्वारा दिए जाते थे, लेकिन अब जल्द ही राज्य सरकार इसे सखी मंडल की बहनों द्वारा तैयार कराया जाएगा. जिससे बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार मिल सकेगा.

आंगनबाड़ी सेविकाएं घर-घर जाकर देंगी जानकारी
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविकाओं से अपील करते हुए कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार को लेकर राज्य के सुदूर इलाकों में घर-घर जाकर जानकारी दें.

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कुपोषण एक बड़ा कारण- प्रधान सचिव

कार्यक्रम में मौजूद महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रधान सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि राज्य में कुपोषण एक बड़ा कारण बना हुआ है. जिसकी मुख्य वजह जानकारी का अभाव है. सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि लोगों तक पौष्टिक आहार पहुंचाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ-साथ समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडीएस सिस्टम, पंचायतीराज सिस्टम सहित कई विभागों के सहयोग से ही कुपोषण को समाप्त किया जा सकता है.

कार्यक्रम में सीएम भी हुए शामिल

वहीं, मौके पर मौजूद रांची के डीसी राय महिमापत रे ने कहा कि यह कार्यक्रम एक माह तक चलाया जाएगा. जिसके तहत महीने भर होने वाले कार्यक्रम के माध्यम से घर-घर जाकर पोषण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा. पोषण माह के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद लोगों को राज्य कुपोषण मुक्त बनाने के लिए शपथ दिलाई और मौके पर मौजूद बच्चों के साथ मोरहाबादी मैदान से थोड़ी दूर तक दौड़ भी लगाया. बच्चों ने भी मुख्यमंत्री के साथ दौड़ लगाकर खुशी जाहिर की एवं मस्ती करते नजर आए.

Intro:राजधानी रांची के मोराबादी मैदान से मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण माह की शुरुआत की। पोषण आहार के शुभारंभ कार्यक्रम में राजधानी के हजारों बच्चे शामिल रहे।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण राज्य की भविष्य को खराब करता है।



Body:इस अभियान के तहत राज्य के घर-घर तक आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा लोगों को पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी जिससे झारखंड में सभी तरह के कुपोषण से मुक्ति पाई जाए।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कुपोषण देश के साथ-साथ राज्य के लिए भी बड़ी समस्या है, क्योंकि झारखंड के सुदूर इलाकों में आदिवासी माता बहनों को पोषण का सही जानकारी नहीं होने के कारण इन्हें तरह-तरह की बीमारियों से सामना करना पड़ता है। माता और बहनों के कुपोषित होने की वजह से हमारा आने वाला कल भी कुपोषित हो रहा है। गर्भवती माताओं के लिए सरकार पोषण आहार पर विशेष ध्यान दे रही है,ताकि उनके गर्भ में पलने वाला बच्चा कुपोषित ना हो सके।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से बच्चों को अच्छी पौष्टिक आहार देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत रहेगी, मुख्यमंत्री ने कहा की सीएसआर के माध्यम से सरकार कई आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने जा रहा है, ताकि राज्य के सुदूर इलाकों में भी आंगनबाड़ी बहनों के माध्यम से नौनिहालों को बेहतर पौष्टिक आहार मिल सके।

अब सखी मंडल की बहनों के द्वारा रेडी टू इट को किया जाएगा तैयार।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेडी टू ईट को भी अब राज्य की सखी मंडल के बहनों के द्वारा चलाई जाएगी ताकि रेडी टू ईट में पोषक तत्व पर विशेष ध्यान दिया जा सके, क्योंकि अभी तक बच्चों को देने वाली भोजन ready-to-eat कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से बाहर के ठेकेदारों के द्वारा दिए जाते थे लेकिन अब जल्द ही राज्य सरकार इसे सखी मंडल की बहनों के द्वारा तैयार कराएगी ताकि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविकाओं से अपील करते हुए कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार को लेकर राज्य के सुदूर इलाकों में घर-घर जाकर जानकारी दें।



Conclusion:कार्यक्रम में मौजूद महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रधान सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि राज्य में कुपोषण एक बड़ा कारण बना हुआ है जिसका मुख्य वजह जानकारी का अभाव है, सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि लोगों तक पौष्टिक आहार पहुंचाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ-साथ समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडीएस सिस्टम, पंचायतीराज सिस्टम सहित कई विभागों के सहयोग से ही कुपोषण को समाप्त किया जा सकता है।

वही मौके पर मौजूद रांची के डीसी राय महिमापत रे ने कहा कि यह कार्यक्रम एक माह तक चलाया जाएगा जिसके तहत महीने भर होने वाले कार्यक्रम के माध्यम से घर-घर जाकर पोषण के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा।

वही पोषण माह के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद लोगों को राज्य कुपोषण मुक्त बनाने के लिए शपथ दिलाई और मौके पर मौजूद बच्चों के साथ मोराबादी मैदान से थोड़ी दूर तक दौड़ भी लगाया।

बच्चों ने भी मुख्यमंत्री के साथ दौड़ लगाकर खुशी जाहिर की एवं मस्ती करते नजर आए।

बाइट- रघुवर दास,मुख्यमंत्री,झारखंड।
बाइट- अमिताभ कौशल,सचिव,महिला एवं बाल विकास विभाग।
बाइट- राय महिमापत रे, डीसी, रांची।
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