रांचीः एफजेसीसीआइ ने सोमवार को सुबह से 2 बजे दिन तक राज्य भर के व्यवसाय और उद्योग को बंद करने का आह्वान किया था. जिसका असर राजधानी में देखने को मिला. इसे लेकर शहर में व्यवसायियों ने अपना व्यवसाय बंद रखा. वहीं, अल्बर्ट एक्का चौक पर चेंबर ने काला बिल्ला और काले झंडे के साथ गहना घर गोलीकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन किया.
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राज्य में व्यवसायियों को बार-बार निशाना बनाए जाने को लेकर व्यवसायी वर्ग काफी आक्रोशित है. विरोध में चेंबर ने बंद को सफल बनाने के लिए पैदल मार्च कर प्रदर्शन किया है. वहीं, मामले में चेंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि 7 दिन बीतने के बाद भी गहना घर गोली कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जो निराशाजनक है. ऐसे में सरकार की तरफ से जब तक कोई ठोस पहल नहीं की जाएगी तब तक विरोध जारी रहेगा और आगे की रणनीति भी तैयार की जाएगी.
वहीं, थोक वस्त्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि त्योहार के समय में इस बंदी से व्यवसाय जगत को बड़ा नुकसान हो रहा है, जिसका मूल्यांकन कर पाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि इन सबमें व्यवसायियों की सुरक्षा सबसे अहम है. उन्होंने सवाल उठाया है कि सरकार मोमेंटम झारखंड का आयोजन कर बाहर के व्यवसायियों को उद्योग और व्यापार के लिए आमंत्रित कर रही है. लेकिन जब यहां के ही व्यवसायी सुरक्षित नहीं हैं, तो बाहर के व्यवसायी को सरकार कैसे सुरक्षा देगी. यह समझना मुश्किल हो रहा है.