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रांची में पुलिस और पोषण सखियों के बीच झड़प, कई घायल - poshan sakhis in Ranchi

झारखंड के 6 जिलों में नियुक्त पोषण सखियों का विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार को भी सैकड़ों की संख्या में पोषण सखियों ने विधानसभा जाने वाले सड़क मार्ग को जाम करने का प्रयास किया जिसको लेकर प्रशासन के लोगों के द्वारा पोषण सखियों को रोकने का काम किया गया.

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रांची में पुलिस और पोषण सखियों के बीच झड़प
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Published : Mar 14, 2022, 1:12 PM IST

Updated : Mar 15, 2022, 7:45 AM IST

रांची: झारखंड में पोषण सखियों का अपनी मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी को लेकर आज राजधानी रांची में सैंकड़ों की संख्या में पोषण सखियों ने विरोध प्रदर्शन किया है. पोषण सखी को रोकने के लिए विधानसभा और जगन्नाथपुर रोड के बीच कई बैरिकैड लगाए गए थे. इस बीच मुख्यमंत्री का काफिला रोकने की कोशिश कर रहे पोषण सखियों के साथ पुलिस की झड़प हुई है. जिसमें कई पोषण सखियों को हल्की चोटें आयी है. झारखंड के सभी पोषण सखियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक सरकार हमारे स्थायीकरण और हमारे वेतनमान में बढ़ोतरी नहीं करती है तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.

विरोध प्रदर्शन कर रहे पोषण सखियों ने कहा कि जब हम अपनी जा रही नौकरी को बचाने का आग्रह लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे तो हमारे प्रतिनिधिमंडल में शामिल पोषण सखियों को व्यापार करने का सुझाव मुख्यमंत्री के तरफ से दिया गया. मुख्यमंत्री के सुझाव पर पोषण सखियों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री अपने राज्य की महिलाओं का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम नौकरी छीन कर अपमान ना करें.

पोषण सखियों ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर ही प्रशासन और पुलिस के लोग उन्हें अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज नहीं करने दे रहे हैं. उन्हें जबरदस्ती बेरिकेड के अंदर रखा जा रहा है और कई पोषण सखियों ने कहा कि पुलिस वाले उनके साथ मारपीट कर रहे हैं जिस वजह से उन्हें चोटें भी आई हैं. पोषण सखियों ने मांग करते हुए कहा कि वह सभी महिलाएं शिक्षित और ट्रेंड हैं, लेकिन उसके बावजूद उनकी योग्यताओं को दरकिनार किया जा रहा है. जबकि उनके साथ काम करने वाली सहिया और सेविका को आंगनबाड़ी केंद्र में स्थायी नौकरी के साथ अच्छा वेतन दिया जा रहा है लेकिन सिर्फ पोषण सखियों के साथ ही दुर्व्यवहार हेमंत सरकार कर रही है जो कि कहीं से भी सही नहीं है.

देखें वीडियो

वहीं सोमवार को पोषण सखियों के द्वारा निकाले गए विरोध मार्च को सड़क पर आने से रोकने के लिए पुलिस कर्मियों को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी. इसको लेकर पुलिसकर्मियों और पोषण सखियों के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली. पोषण सखियों के विरोध को देखते हुए प्रशासन के द्वारा कुछ पोशन सखियों को गिरफ्तार भी किया गया. जिसके बाद देर शाम धरने पर बैठे पोषण सखियों ने पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि उन्हें जबरन थाने में बैठा कर परेशान किया जा रहा है ताकि हम अपने आंदोलन को आगे ना बढ़ा सके.

वहीं कई पोषक सखियों ने कहा कि वह अपना परिवार और बच्चों को छोड़कर धरना प्रदर्शन पर बैठी है लेकिन उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है. प्रदर्शन कर रही पोषण सखियों ने बताया कि अपनी नौकरी बचाने के लिए उन्हें तो संघर्ष करना ही पड़ रहा है साथ ही उनके छोटे-छोटे बच्चे को भी संघर्ष से जूझना पड़ रहा है.हालांकि प्रशासन की तरफ से यह बताया गया कि जो भी पोषण सखी विरोध प्रदर्शन में नियम कानून को ताक पर रख रही थी उन्हें हिरासत में लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

रांची: झारखंड में पोषण सखियों का अपनी मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी को लेकर आज राजधानी रांची में सैंकड़ों की संख्या में पोषण सखियों ने विरोध प्रदर्शन किया है. पोषण सखी को रोकने के लिए विधानसभा और जगन्नाथपुर रोड के बीच कई बैरिकैड लगाए गए थे. इस बीच मुख्यमंत्री का काफिला रोकने की कोशिश कर रहे पोषण सखियों के साथ पुलिस की झड़प हुई है. जिसमें कई पोषण सखियों को हल्की चोटें आयी है. झारखंड के सभी पोषण सखियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक सरकार हमारे स्थायीकरण और हमारे वेतनमान में बढ़ोतरी नहीं करती है तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.

विरोध प्रदर्शन कर रहे पोषण सखियों ने कहा कि जब हम अपनी जा रही नौकरी को बचाने का आग्रह लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे तो हमारे प्रतिनिधिमंडल में शामिल पोषण सखियों को व्यापार करने का सुझाव मुख्यमंत्री के तरफ से दिया गया. मुख्यमंत्री के सुझाव पर पोषण सखियों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री अपने राज्य की महिलाओं का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम नौकरी छीन कर अपमान ना करें.

पोषण सखियों ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर ही प्रशासन और पुलिस के लोग उन्हें अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज नहीं करने दे रहे हैं. उन्हें जबरदस्ती बेरिकेड के अंदर रखा जा रहा है और कई पोषण सखियों ने कहा कि पुलिस वाले उनके साथ मारपीट कर रहे हैं जिस वजह से उन्हें चोटें भी आई हैं. पोषण सखियों ने मांग करते हुए कहा कि वह सभी महिलाएं शिक्षित और ट्रेंड हैं, लेकिन उसके बावजूद उनकी योग्यताओं को दरकिनार किया जा रहा है. जबकि उनके साथ काम करने वाली सहिया और सेविका को आंगनबाड़ी केंद्र में स्थायी नौकरी के साथ अच्छा वेतन दिया जा रहा है लेकिन सिर्फ पोषण सखियों के साथ ही दुर्व्यवहार हेमंत सरकार कर रही है जो कि कहीं से भी सही नहीं है.

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वहीं सोमवार को पोषण सखियों के द्वारा निकाले गए विरोध मार्च को सड़क पर आने से रोकने के लिए पुलिस कर्मियों को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी. इसको लेकर पुलिसकर्मियों और पोषण सखियों के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली. पोषण सखियों के विरोध को देखते हुए प्रशासन के द्वारा कुछ पोशन सखियों को गिरफ्तार भी किया गया. जिसके बाद देर शाम धरने पर बैठे पोषण सखियों ने पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया कि उन्हें जबरन थाने में बैठा कर परेशान किया जा रहा है ताकि हम अपने आंदोलन को आगे ना बढ़ा सके.

वहीं कई पोषक सखियों ने कहा कि वह अपना परिवार और बच्चों को छोड़कर धरना प्रदर्शन पर बैठी है लेकिन उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है. प्रदर्शन कर रही पोषण सखियों ने बताया कि अपनी नौकरी बचाने के लिए उन्हें तो संघर्ष करना ही पड़ रहा है साथ ही उनके छोटे-छोटे बच्चे को भी संघर्ष से जूझना पड़ रहा है.हालांकि प्रशासन की तरफ से यह बताया गया कि जो भी पोषण सखी विरोध प्रदर्शन में नियम कानून को ताक पर रख रही थी उन्हें हिरासत में लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

Last Updated : Mar 15, 2022, 7:45 AM IST
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