रांची: सचिवालय एवं सरकार के अन्य संलग्न कार्यालय में सुबह 10 बजे से शाम 06 बजे तक कार्य अवधि है. मगर बायोमेट्रिक सिस्टम बंद होने के कारण कर्मचारी मैनुअल उपस्थिति का बेजा इस्तेमाल कर कार्यालय से फरार हो जाते हैं. इसकी शिकायत मुख्य सचिव सुखदेव सिंह तक जब पहुंची तो कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग ने ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों पर सख्त रुख अपनाते हुए विभागीय सचिव, प्रधान सचिव और अपर मुख्य सचिव को चिठ्ठी लिखी है.
मुख्य सचिव ने अपने पत्र में साफ शब्दों में विभागीय प्रधानों को कहा गया है कि सचिवालय एवं संलग्न कार्यालयों में सभी पदाधिकारियों और कर्मियों का निर्धारित कार्यावधि में उपस्थिति सुनिश्चित करायें. इसके अलावा मुख्य सचिव ने पत्र के माध्यम से जनहित, अनुशासन और राज्य सरकार की योजनाओं को ससमय लागू करने और इसका लाभ लाभार्थियों को ससमय सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से कार्यालयों में कर्मियों के अलावा पदाधिकारी और विभागीय सचिव को भी उपस्थित रहने का निर्देश दिया है. दरअसल यह स्थिति कोरोनाकाल में बायोमैट्रिक सिस्टम से एटेडेंस बंद होने के बाद विभागों में बढ़ी हुई देखी जा रही है. बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज नहीं होने के कारण कर्मचारी से लेकर बड़े हाकिम तक दफ्तर से गायब पाए जा रहे हैं. जिसकी शिकायत राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह तक पहुंच गई है.
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मुख्य सचिव ने विभागीय सचिवों को लिखा पत्र
राज्य सरकार के सचिवालय एवं अन्य कार्यालयों में कोरोना के कारण मार्च 2020 से बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही है. कोरोनाकाल में समय समय पर कर्मचारियों की उपस्थिति निर्धारित की जाती रही, मगर अब जब कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई है तो सरकार अपने कर्मचारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति कार्यालय में देखना चाहती है. सचिवालय और सरकार के अन्य संलग्न कार्यालय में सुबह 10 बजे से शाम 06 बजे तक कार्य अवधि है. मगर बायोमेट्रिक सिस्टम बंद होने के कारण कर्मचारी मैनुअल उपस्थिति का बेजा इस्तेमाल कर कार्यालय से फरार हो जाते हैं. इसकी शिकायत मुख्य सचिव सुखदेव सिंह तक जब पहुंची तो कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग ने ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों पर सख्त रुख अपनाते हुए विभागीय सचिव, प्रधान सचिव और अपर मुख्य सचिव को चिठ्ठी लिखा है.