रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जीत और बीजेपी की हार के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हर जगह जयचंद होते हैं और उसी की वजह से पार्टी की हार हुई है. उन्होंने कहा कि जब लोगों को मेरे खिलाफ कोई मुद्दा नहीं मिला तो मुझे अहंकारी, छत्तीसगढ़िया बताकर दुष्प्रचार किया गया. षड्यंत्र कभी-कभी सफल हो जाता है लेकिन उससे हासिल की गई चीजें क्षणिक होती है.
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर पहुंचे थे. जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बीजेपी की हार की समीक्षा किए जाने की बात कही है. वहीं उन्होंने कहा कि 14 सालों में बिचौलियों की सरकार रही जिस दौरान बेचने और खरीदने के काम किए गये. साथ ही इस दौरान सत्ता बनाने और गिराने का खेल भी खेला गया, लेकिन हमारी 5 वर्ष की सरकार पर कोई दाग नहीं लगे.
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उन्होंने कहा कि कभी-कभी षड्यंत्र सफल हो जाता है और यही वजह है कि जब कोई मुद्दा नहीं मिला तो उनके खिलाफ जमकर दुष्प्रचार किए गए. जिसके तहत मुझे अहंकारी बताया गया, मेरे परिवार पर आरोप लगाए गए, मुझे छत्तीसगढ़ी बताया गया. जबकि मेरा जन्म यहीं हुआ है. रघुवर दास ने चुनौती देते हुए कहा कि जमशेदपुर में एक घर छोड़ कर मेरे पास कोई और प्रॉपर्टी नहीं है. उन्होंने कहा कि हर जगह जयचंद होता है और जयचंद के कारण ही पार्टी की ये हालत हुई है.
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उन्होंने कहा कि दुनिया मेरे बारे में कुछ भी बोले या कुछ भी सोचे, लेकिन मैं संतुष्ट हूं. राज्य की सवा तीन करोड़ जनता और बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं ने 2014 में एक स्थिर सरकार देने का काम किया और मैंने पूरी इमानदारी से बिना 1 भी दिन छुट्टी लिए इस राज्य के बेहतरी के लिए सरकार देने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता का जो फैसला आया है. उसे मैं स्वीकार करता हूं. उन्होंने कहा कि सत्ता आती है और जाती है. यही लोकतंत्र की खूबसूरती है.