रांची: लोक आस्था का महापर्व छठ कई मायनों में अनूठा है. यह इकलौता पर्व है, जिसमें पहले दिन डूबते और दूसरे दिन उगते सूर्य को नमन किया जाता है.
नहाए खाए के साथ ही 4 दिनों का छठ महापर्व आज से शुरू हो गया है. घरों और बर्तनों की साफ-सफाई लगभग पूरी हो चुकी है. बुधवार को स्नान, ध्यान पूजन के बाद व्रती कद्दू, भात, दाल आदि तैयार करने में लग गई. इसके बाद भगवान को अर्पित करने के बाद खुद इसे ग्रहण करेंगी.
ये भी पढ़े- महिमा छठी माई केः नहाय खाय से शुरू होता है महापर्व छठ, देखिए पहले दिन का विधान
नहाए खाए के दिन छठ व्रती नदियों तालाबों में स्नान ध्यान करने की परंपरा है लेकिन कोरोना काल को देखते हुए अधिकांश छठ व्रती अपने घरों में ही यह सारे अनुष्ठान कर रहे हैं.