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खूंटी डीसीपीयू के पीओ पर महिला रेलवेकर्मी से ब्लैकमेल कर 20 लाख मांगने का आरोप, FIR

खूंटी डीसीपीयू के पीओ पर महिला रेलवेकर्मी से ब्लैकमेल कर 20 लाख मांगने का आरोप लगा है. महिला ने रांची के लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

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लालपुर थाना रांची
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Published : Jul 1, 2020, 9:49 PM IST

रांची: खूंटी जिले के डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट (डीसीपीयू) के पीओ शिवाजी प्रसाद पर ब्लैकमेल कर 20 लाख रिश्वत मांगने और महिला रेलवेकर्मी से अश्लील हरकत करने के आरोप में रांची के लालपुर थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है.

क्या है मामला
लालपुर इलाके में रहने वाली महिला रेलवेकर्मी ने शिवाजी प्रसाद के खिलाफ लालपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. इसके अलावा एसटी/एससी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. महिला की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उनके एक रिश्तेदार की 11 साल की बेटी उनके साथ रहती थी. सितंबर 2019 को वह गायब हो गई. लालपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. उसके गायब होने का मामला खूंटी सीडब्ल्यूसी में भी चल रहा है. महिला ने आरोप लगाया है कि 28 जून 2020 को पीओ शिवाजी उनके घर में जबरन घुस गए. फाइल और कागजात दिखाने लगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले से बचना है तो रकम देना होगा. राशि देने से इंकार करने पर शिवाजी उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए अश्लील हरकत भी की. विरोध करने के बाद शिवाजी उनके घर से निकले थे. इसके बाद महिला लालपुर थाने गई और लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई. इसके अलावा एसटी/एससी थाने भी गई. महिला ने पुलिस को ऑडियो और वीडियो क्लिप भी उपलब्ध कराया है. लालपुर थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

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घर से बच्ची गायब रहने की बात पर 12 साल की जेल के नाम पर ब्लैकमेल
महिला ने एफआईआर के लिए दिए गए आवेदन में बताया है कि बीते छह जून को पीओ शिवाजी अचानक उनके घर पहुंच गए. लेकिन महिला घर पर नहीं थी. तब उसने महिला को फोन किया और अपना परिचय देते हुए कहा कि आपके घर से बच्ची गायब हुई है. इस सिलसिले में बातचीत करना है. शिवाजी ने उन्हें मिलने के लिए लालपुर हरिओम टावर स्थित कार्यालय बुलाया. जेल भेजने की बात कहकर महिला को धमकाया. यह भी कहा कि 12 साल की सजा भी होगी. इससे निजात पाने के लिए 15 से 20 लाख रुपए खर्च करने होंगे. उसने महिला से कहा कि उक्त रकम में से आधा लड़की के परिवार को देना होगा और बाकी कार्यालय में खर्च होगा. पांच लाख रुपए एडवांस के तौर पर देना होगा. काम होने के बाद बाकी रकम एक साथ भुगतान करना पड़ेगा. महिला घर पर सलाह लेने की बात कहकर लौट आई.

ये भी पढ़ें- कोडरमा: भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद, 2 गिरफ्तार

बच्ची के बाल मजदूरी मामले में एफआईआर की अनुशंसा
सीडब्ल्यूसी रांची की अध्यक्ष ने बच्ची के बाल मजदूरी और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में एफआईआर की अनुशंसा कर दी है. जूविनाइल जस्टिस बोर्ड को पत्र लिखकर एफआईआर करने का अनुरोध किया गया है. जिसमें बताया गया है कि लालपुर की महिला के घर में बच्ची बाल मजदूरी करती थी और संभवता उसका ह्यूमन ट्रैफिकिंग भी हुआ है. बता दें कि बच्ची महिला के घर से भागकर रांची सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत हुई थी.

रांची: खूंटी जिले के डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट (डीसीपीयू) के पीओ शिवाजी प्रसाद पर ब्लैकमेल कर 20 लाख रिश्वत मांगने और महिला रेलवेकर्मी से अश्लील हरकत करने के आरोप में रांची के लालपुर थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है.

क्या है मामला
लालपुर इलाके में रहने वाली महिला रेलवेकर्मी ने शिवाजी प्रसाद के खिलाफ लालपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. इसके अलावा एसटी/एससी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. महिला की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उनके एक रिश्तेदार की 11 साल की बेटी उनके साथ रहती थी. सितंबर 2019 को वह गायब हो गई. लालपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. उसके गायब होने का मामला खूंटी सीडब्ल्यूसी में भी चल रहा है. महिला ने आरोप लगाया है कि 28 जून 2020 को पीओ शिवाजी उनके घर में जबरन घुस गए. फाइल और कागजात दिखाने लगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले से बचना है तो रकम देना होगा. राशि देने से इंकार करने पर शिवाजी उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए अश्लील हरकत भी की. विरोध करने के बाद शिवाजी उनके घर से निकले थे. इसके बाद महिला लालपुर थाने गई और लिखित आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई. इसके अलावा एसटी/एससी थाने भी गई. महिला ने पुलिस को ऑडियो और वीडियो क्लिप भी उपलब्ध कराया है. लालपुर थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

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घर से बच्ची गायब रहने की बात पर 12 साल की जेल के नाम पर ब्लैकमेल
महिला ने एफआईआर के लिए दिए गए आवेदन में बताया है कि बीते छह जून को पीओ शिवाजी अचानक उनके घर पहुंच गए. लेकिन महिला घर पर नहीं थी. तब उसने महिला को फोन किया और अपना परिचय देते हुए कहा कि आपके घर से बच्ची गायब हुई है. इस सिलसिले में बातचीत करना है. शिवाजी ने उन्हें मिलने के लिए लालपुर हरिओम टावर स्थित कार्यालय बुलाया. जेल भेजने की बात कहकर महिला को धमकाया. यह भी कहा कि 12 साल की सजा भी होगी. इससे निजात पाने के लिए 15 से 20 लाख रुपए खर्च करने होंगे. उसने महिला से कहा कि उक्त रकम में से आधा लड़की के परिवार को देना होगा और बाकी कार्यालय में खर्च होगा. पांच लाख रुपए एडवांस के तौर पर देना होगा. काम होने के बाद बाकी रकम एक साथ भुगतान करना पड़ेगा. महिला घर पर सलाह लेने की बात कहकर लौट आई.

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बच्ची के बाल मजदूरी मामले में एफआईआर की अनुशंसा
सीडब्ल्यूसी रांची की अध्यक्ष ने बच्ची के बाल मजदूरी और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में एफआईआर की अनुशंसा कर दी है. जूविनाइल जस्टिस बोर्ड को पत्र लिखकर एफआईआर करने का अनुरोध किया गया है. जिसमें बताया गया है कि लालपुर की महिला के घर में बच्ची बाल मजदूरी करती थी और संभवता उसका ह्यूमन ट्रैफिकिंग भी हुआ है. बता दें कि बच्ची महिला के घर से भागकर रांची सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत हुई थी.

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