रांची: पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले भाकपा माओवादियों के जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक में अपने संगठन को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. दस लाख के ईनामी महाराज प्रमाणिक से मिली जानकारी के आधार पर सरायकेला-खरसांवा, चाईबासा और रांची ट्राइजंक्शन पर नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है.
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महाराज ने लैंड माइंस की दी है जानकारी
महाराज प्रमाणिक ने पुलिस को बताया है कि माओवादियों ने ट्राईजंक्शन में कई जगह पर आईईडी प्लांट किए हैं, उसने पुलिस को लैंड माइंस के लिए विस्फोटक देने वालो की भी जानकारी पुलिस को दी है. महाराज ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि ट्राइजंक्शन के इलाके में कुचाई में एक करोड़ का ईनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल, एक करोड़ का ईनामी आकाश मंडल उर्फ तिमिर अपने दस्ते के साथ निवास कर रहा है. महाराज के अनुसार कर्तमान में माओवादियों का सबसे बड़ा दस्ता कुचाई में ही कैंप कर रहा है. ऐसे में पुलिस अब माओवादियों के खिलाफ फिर से उस इलाके में अभियान चलाने की तैयारी कर रही है।
माओवादियों का ऐलान- 40 लाख और हथियार लेकर भागा
उधर, भाकपा माओवादियों ने महाराज प्रमाणिक को संगठन का गद्दार घोषित कर जनअदालत में सजा देने की बात कही है. माओवादियों के प्रवक्ता अशोक ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि जुलाई 2021 के पूर्व तीन बार इलाज का बहाना बनाकर महाराज संगठन से बाहर आया था. इस दौरान वह पुलिस के संपर्क में आ गया था. संगठन को इसकी जानकारी मिल गई, तब 14 अगस्त को वह संगठन छोड़कर भाग गया. संगठन से भागने के साथ ही वह संगठन के 40 लाख, एक एके 47 हथियार, 150 से अधिक गोलियां और पिस्टल लेकर भाग खड़ा हुआ.
किस इलाके में कमजोर पड़े माओवादी
महाराज प्रमाणिक के पुलिस के सामने सरेंडर करने से रांची के तमाड़, सरायकेला- खरसांवा के कुचाई, चाईबासा मे माओवादियों की धमक कमजोर पड़ेगी. महाराज प्रमाणिक की आदिवासी कैडरों के बीच काफी अच्छी पकड़ थी. ऐसे में माओवादियों का प्रभाव उन कैडरों के बीच कमजोर पड़ेगा. हाल के दिनों में मगध जोन के सैक कमांडर प्रद्युमन शर्मा और आजाद जी की गिरफ्तारी से भी माओवादियों को झटका लगा है. मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान समय में महाराज प्रमाणिक झारखंड पुलिस की सुरक्षा में है और जल्द ही वह विधिवत रूप से आत्मसमर्पण करेगा.
बाहर से आए उग्रवादियों के बारे में बताया
महाराज प्रमाणिक ने सरेंडर के बाद पूछताछ में बंगाल, ओडिशा और छतीसगढ़ से आए उग्रवादियों के नाम और उनके द्वारा प्रयुक्त हथियार की जानकारी भी दी है. छतीसगढ़ के उग्रवादियों के द्वारा इस्तेमाल की जा रही तकनीक के झारखंड में इस्तेमाल होने, माओवादियों की भावी रणनीति, संगठन के कोल्हान, तमाड़ इलाके में मददगार, लेवी पहुंचाने वालों के नाम भी महाराज प्रमाणिक ने बताए हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, महाराज का औरचारिक सरेंडर भी कोल्हान प्रमंडल के ही जिले में होगा. सरेंडर किए जाने के बाद उसे तत्काल इनाम की पूरी 10 लाख की राशि और सरेंडर पॉलिशी के तहत ढ़ाई लाख रुपये की राशि मिलेगी.