रांची: दसवीं और 12वीं की परीक्षा का समय चल रहा है. यह समय छात्र के लिए यह पता लगाने का समय है कि वह क्या लिख सकता है. एक छात्र को किसी विषय पर व्यापक ज्ञान हो सकता है. जब तक वह प्रश्न पत्र का सही उत्तर नहीं दे देता, तब तक उसका ज्ञान उसे नहीं मिलेगा. कभी-कभी अत्यधिक प्रतिभाशाली छात्र भी छोटी गलतियों के कारण अंक खो देते हैं. जो वे उत्तर लिखने में करते हैं.
वहीं, कई बार सिर्फ 1 निशान ही तय करेगा कि किसी छात्र को किसी प्रतिष्ठित संस्थान में सीट मिलेगी या नहीं. अनजाने में हुई गलतियों के कारण छात्र परीक्षा में भी असफल हो जाते हैं. अधिकांश छात्रों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियां क्या हैं? उत्तर लिखते समय किन सावधानियों और युक्तियों का पालन किया जाना चाहिए?
ईटीवी भारत इन सवालों को कई प्रमुख शिक्षकों और विषय विशेषज्ञों के समक्ष रखा है उनके विचारों का सार क्या है आइए जानें.
- अक्सर बच्चे को लगता है सुबह उठकर पढ़ाई करना बहुत जरूरी है, ऐसे में बच्चे पूरी नींद भी नहीं ले पाते और फॉरन पढ़ाई में लग जाते हैं, लेकिन यह बिल्कुल गलत हैं, सबसे पहले नींद पूरी होनी चाहिए और फिर सुबह पढ़ने से पहसे हल्का एक्सरसाइज करनी चाहिए.
- बच्चों को दिनभर में एक बार ब्रिदिंग एक्सरसाइज भी करना जरूरी है, इससे वो अपने मन को एकाग्र कर सकेंगे तभी शांत दिमाग से पढ़ाई हो सकेगी.
- बचपन से ही हमें हर रोज राइटिंग का अभ्यास कराया जाता था, लेकिन वक्त के साथ हम वो सब भूलकर आगे बढ़ जाते हैं, लेकिन अच्छी लिखावट से भी अच्छे अंक मिलते है.
- कभी-कभी बच्चे परीक्षा में नर्वस हो जाते हैं, ऐसा आपके साथ न हो इसके लिए परीक्षा से पहले आसरशीर्ट लिखने की कोशिश करें. इसके लिए सफेद पेरर पर रोजना एक साथ 10 प्रश्नों को हल करें, क्योंकि इससे आपके आंसर लिखने का अभ्यास हो जाएगी साथ ही आपकी लिखावट भी ठिक हो जाएगी.
- लिखते वक्त ये ध्यान रखें की आपकी शब्दों के बीच का गैप एक समान हो और जो भी लिखें साफ-सुथरा और खुल कर लिखें. लेकिन खुलकर लिखने का ये मतलब नहीं कि आपके मन में जो भी वो लिखे, लंबा लिखने से बेहतर है जो लिखें सटीक लिखें.
- परीक्षा हॉल में पेपर हाथ में आते उसे अच्छी तरह पढ़ें और तय करें की सबसे पहले आपको कहां से शुरू करनी है. इसके बाद आप बिना कोई टेंसन के सेंटर पहुंचे और परीक्षा दें. ईटीवी भारत आपको दिल से शुभकामनाएं देती है.