रांची: प्रदेश में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार चाईबासा में हुई घटना के पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं दे रही है. पार्टी के विधायक और अनुसूचित जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष राम कुमार पाहन ने कहा कि वह चाईबासा जाने के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन ने वहां धारा-144 लागू कर दी है.
डरती है राज्य सरकार
राम कुमार पाहन ने कहा कि राज्य सरकार इस बात से डरती है कि उसका असली चेहरा लोगों के बीच सामने आ जाएगा. हैरत की बात यह है कि जनप्रतिनिधि और अन्य लोगों को वहां जाने से रोका जा रहा है, यह सही नहीं है.
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सरकार की लापरवाही
पाहन ने कहा कि पीड़ित परिवार को मदद मिल सके और न्याय मिले इसके लिए बीजेपी के लोग जाना चाह रहे हैं. वहीं लोहरदगा में हुई झड़प के संबंध में उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में जंगलराज जैसी स्थिति हो रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में उग्रवादी संगठन और नक्सल संगठन की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं. साथ ही असामाजिक तत्वों का वर्चस्व भी बढ़ रहा है. भाजपा विधायक ने कहा कि संविधान में हर तरह के संगठन को लोगों से मिलकर अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है. उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि सरकार की लापरवाही की वजह से लोहरदगा और चाईबासा जैसी घटनाएं घट रही हैं.
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एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट भेजनी है
दरअसल, चाईबासा में 7 लोगों की नृशंस हत्या मामले में बीजेपी ने 6 सदस्य टीम बनाई है. जिसमें चार सांसद शामिल हैं. तय कार्यक्रम के अनुसार, बुधवार की सुबह बीजेपी की टीम चाईबासा के लिए रवाना हो गई है. टीम को एक हफ्ते के अंदर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट भेजनी है.