रांचीः राज्य में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी की नई प्रदेश कार्यसमिति का गठन अगले महीने हो जाएगा. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की माने तो कोरोना महामारी और राज्यसभा के चुनाव के बाद पार्टी की यह प्रायोरिटी है. दरअसल पार्टी के जिला इकाइयों में फेरबदल की कवायद शुरू हो चुकी है. अब प्रदेश कार्यसमिति के गठन को लेकर चल रहा मंथन अंतिम चरण में है. 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद इस साल फरवरी के अंतिम सप्ताह में पार्टी की प्रदेश इकाई की कमान दीपक प्रकाश को सौंपी गई.
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जेवीएम, जेएमएम और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने वालों की लंबी कतार
दरअसल, बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में घर वापसी के बाद जेवीएम के कुछ ऐसे चेहरे हैं जिन्हें बीजेपी की टीम में शामिल किया जा सकता है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और जेएमएम छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले भी कुछ ऐसे नेता हैं जिन्हें प्रदेश कार्यसमिति में जगह दी जा सकती है. जेवीएम कोटे की बात करें तो उनमें कोल्हान इलाके में सक्रिय अभय सिंह, संथाल के विनोद शर्मा, रांची से संतोष कुमार, कोयलांचल से सरोज सिंह समेत शोभा यादव और सुनीता कुमारी कुछ प्रमुख नाम हैं. वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक सुखदेव भगत के अलावे जेएमएम के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के नाम शामिल हैं.
पिछली कमिटी का ऐसा था स्वरूप
नवंबर 2016 में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ की टीम में 153 सदस्यों में 8 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 7 मंत्री समेत 76 कार्यसमिति सदस्य बनाए गए थे. इसके साथ ही 44 विशेष आमंत्रित सदस्यों की घोषणा भी की गई थी.