रांची: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म की घटना पर छत्तीसगढ़ के मंत्री के बयान पर झारखंड प्रदेश भाजपा ने सोमवार को कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मिस्फीका हसन ने कहा कि हाथरस की घटना पर कांग्रेस पार्टी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश कर रही लेकिन इन्हें अपने शासित राज्यों की घटनाओं पर शर्म नहीं है.
उन्होंने कहा कि अपने प्रदेश की घटना छत्तीसगढ़ के श्रम मंत्री शिवकुमार डहरिया को छोटी घटना लगती है. जबकि भाजपा शासित राज्यों की घटनाएं विकराल लगती है. उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से कांग्रेस पार्टी का वास्तविक चरित्र उजागर होता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़, राजस्थान, झारखंड सभी राज्यों में महिला प्रताड़ना, दुष्कर्म की अनेक घटनाएं रोज घट रही हैं.
वहीं, झारखंड सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए मिस्फीका ने कहा कि झारखंड की बहन, बेटियां पूरी तरह असुरक्षित महसूस कर रही है. मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र बरहेट हो या फिर राज्य की राजधानी रांची सभी स्थान पर भय का वातावरण है. माता पिता बेटियों को बाहर भेजने से डर रहे है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में धार्मिक आश्रम हो या पुलिस गेस्ट हाउस कहीं भी बेटियां सुरक्षित नहीं है. 9 महीने की सरकार में 1200 बलात्कार की घटनाएं पुलिस की रिकॉर्ड में दर्ज हुए है. इसी से हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र की विफलता का आलम यह है कि दुष्कर्म की घटनाओं में राज्यपाल को हस्तक्षेप की नौबत आ गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने गिरेबान में झांके, भाजपा कहीं भी घटने वाली दुष्कर्म की घटना की कड़ी निंदा करती है. योगी सरकार ने तो सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी लेकिन झारखंड में कितने दरिंदे पकड़े गए, कितने को सजा हुई इसका जवाब देना चाहिए.