रांचीः झारखंड में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. मतदाताओं के बीच प्रत्याशी खुद को बेहतर साबित करने में लगे हैं, ताकि चुनाव जीत सके. वहीं, पंचायत चुनाव दलगत आधार पर नहीं हो रहा है. इसके बावजूद राजनीतिक पार्टियों के वरीय नेता गांवों में पसीना बहा रहे हैं और अपने पत्यार्शियों के समर्थन में लोगों को गोलबंद करने में जुटे हैं.
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पंचायत चुनाव में 4 पदों के लिए चुनाव होना है. लेकिन सबसे ज्यादा पसीना पार्टी के नेता जिला परिषद सदस्य को जीताने में लगे हैं. इसको लेकर संगठन के लोगों के साथ बैठक की जा रही है और अपने प्रत्याशियों को जीताने की अपील कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के बड़े बड़े पदाधिकारी इस चुनावी मैदान में पसीना बहा रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता के साथ साथ प्रदेश महामंत्री डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं और पार्टी समर्थित उम्मीदवार को वोट देने की अपील कर रहे हैं.
बीजेपी प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहते हैं कि हर कीमत पर पार्टी के समर्थित प्रत्याशी जिला परिषद सदस्य पद पर जीत हासिल करें. इसको लेकर पार्टी के सभी कार्यकर्ता जी जान से लग जाएं. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पंचायत चुनाव कराने के पक्ष में नहीं थी. लेकिन बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के कारण पंचायत चुनाव कराया जा रहा है.
बीजेपी नेता अनिल टाइगर ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं गांव तक नहीं पहुंचती है. गांवों तक सरकार की योजनाएं पहुंचे. इसको लेकर बीजेपी समर्थित प्रत्याशी को चुनाव जीताएं. उन्होंने कहा कि महिला प्रत्याशी संपत्ति कुमारी हैं, वह जीतती हैं तो संपूर्ण विकास होगा. कांके सीट से जिला परिषद सदस्य के प्रत्याशी संपत्ति कुमारी अपनी जीत का दावा करते हुए कहती है कि जिस तरीके से लोगों का समर्थन मिल रहा है. इससे जीत निश्चित है.