रांची: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी जेपीएससी का मुद्दा गरमाया रहा. सदन के बाहर भाजपा के विधायकों ने पोर्टिको में बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. भाजपा विधायक जेपीएससी की सातवीं से दशमीं पीटी परीक्षा रद्द कर इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहे थे. सरकार पर दवाब बनाने में जुटे भाजपा विधायकों ने सरकार पर छात्रों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने की आशंका जताई.
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सदन के बाहर नारेबाजी कर रहे भाजपा विधायक बिरंचि नारायण ने सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए इस परीक्षा को रद्द करने की मांग की. वहीं विधायक रणधीर सिंह ने सरकार पर हमला बोलते हुए सरकार से सदन में जवाब देने की मांग की. सदन के बाहर आंदोलन के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही 11 बजे से शुरू हुई वैसे ही हंगामा शुरू हो गया. इन सबके बीच सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए सरकार तैयार- मंत्री
जेपीएससी के मुद्दे पर विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के भी विधायक इसकी जांच कराने की मांग कर रहे हैं. सरकार पर पड़ रहे दवाब के बीच मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि सरकार जवाब देने के लिए तैयार है. लेकिन इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए. सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों द्वारा की जा रही नारेबाजी पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सदन में जवाब देने के लिए तैयार हैं. लेकिन विपक्ष सहयोग नहीं कर रहा है. सदन में यदि वाकई में विपक्ष सरकार का जवाब सुनना चाहती है तो सदन की कार्यवाही में आकर बात रखे.
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विपक्ष सरकार पर हमलावर
झारखंड लोक सेवा आयोग ने सातवीं से दसवीं सिविल सेवा पीटी परीक्षा राज्य के 1102 केन्द्रों पर 19 सितंबर को आयोजित की गई थी. पीटी परीक्षा के दो दिन बाद यानी 21 सितंबर को आयोग ने सवालों के उत्तर भी वेबसाइट पर जारी कर छात्रों से आपत्ति आमंत्रित की थी. 252 पदों के लिए आयोजित इस पीटी परीक्षा का आयोग ने 1 नवंबर को रिजल्ट जारी किया. आयोग द्वारा जारी रिजल्ट में एक ही सीरिज के लगातार रोल नंबर वाले कई अभ्यर्थी सफल हो गए. उसके बाद रिजल्ट को लेकर विवाद बढ़ता गया. छात्र आंदोलनरत हैं और विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है.