रांची: झारखंड की राजनीति के चर्चित नेताओं में से एक बाबूलाल मरांडी अब प्रदेश भाजपा विधायक दल के नेता बन चुके हैं. कुछ दिन पहले तक इनकी पहचान जेवीएम के अध्यक्ष के रूप में थी. अब उस पहचान को उन्होंने हर जगह से मिटाना शुरू कर दिया है. ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने 17 फरवरी की वह तस्वीर लगा ली है जब उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह की मौजूदगी में करीब 14 साल बाद भाजपा में वापसी की थी. भाजपा भी बाबूलाल मरांडी को जोरशोर से प्रोजेक्ट कर रही है.
15 नवंबर 2000 को जब झारखंड का गठन हुआ था तब बाबूलाल मरांडी इस प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने थे. बाद में उन्होंने साल 2006 में भाजपा से नाता तोड़ लिया था और जेवीएम बनाकर भाजपा को घेरते रहे. 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने भाजपा को हर मोर्चे पर घेरा. जब हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनने की बात आई तो उन्होंने समर्थन देने की भी घोषणा की थी लेकिन अब बाबूलाल भाजपा के हो गये हैं. उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल गई है.
बाबूलाल मरांडी को सीएम भी करते हैं फॉलो
झारखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार बाबूलाल मरांडी को सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी ट्विटर पर फॉलो करते हैं. अब उनको फॉलो करने वालों की सूची में रघुवर दास, अमर कुमार बाउरी, महेश पोद्दार और नवीन जायसवाल सरीखे भाजपा नेताओं के नाम भी जुड़ गए हैं.
ट्विटर पर कैसे बदले बाबूलाल मरांडी
बता दें कि 20 दिसंबर 2019 को झारखंड विधानसभा के लिए पांचवें और अंतिम चरण का चुनाव हुआ था. इसके बाद बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए लिखा था - जोहार ! झारखंड की समस्त जनता, समर्थक, कार्यकर्ता और संघर्ष के सभी साथियों को कोटि कोटि धन्यवाद. यह चुनाव झारखंड के नवनिर्माण का चुनाव रहा है. हम सभी मिलकर खुशहाल झारखंड बनाएंगे और जनता की सरकार बनाएंगे.
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ट्विटर पर बदला अपना प्रोफाइल
फिर 21 दिसंबर को उन्होंने अपनी तस्वीर के साथ झारखंड के नक्शे पर धन्यवाद झारखंड लिखकर ट्वीट किया था. उसी दिन के बाद से बाबूलाल मरांडी ट्विटर से करीब 20 दिन के गायब हो गए और 11 जनवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर सक्रिय हुए. इससे पहले 19 दिसंबर को बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया था - हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए. बहरहाल, बाबूलाल मरांडी की राजनीति की सूरत बदल गई है. वह अब भाजपा नेता हैं. जेवीएम पीछे छूट चुका है.