रांची: कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में लोग ज्यादा संख्या में संक्रमित हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए रांचीवासियों को जिला प्रशासन की ओर से लगातार विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है. रांची जिला प्रशासन, यूनिसेफ झारखंड, 5 स्थानीय एनजीओ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मिलकर अब लोगों को जागरूक करेंगे. इस कड़ी में सोमवार को उपायुक्त छवि रंजन ने जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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डीसी ने की अपील
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए उचित व्यवहार का पालन करने की आवश्यकता है. सही तरीके से मास्क पहनना है, साबुन से हाथ धोना और सामाजिक दूरी बनाए रखना है. इसके साथ ही समय-समय पर सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना आवश्यक है. कई लोग कोविड-19 अनुरूप इन व्यवहार का पालन नहीं कर रहे हैं. विशेष रूप से मास्क नहीं पहनने वाले खुद के साथ-साथ दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं. उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वो अपने पड़ोसियों, दोस्तों और अपने परिवार के सदस्यों को कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षित और स्वच्छता व्यवहार का पालन करने के लिए प्रेरित करें.
चलाया जाएगा सामुदायिक सूचना अभियान
इस जागरुकता अभियान के तहत 12 से 30 अप्रैल तक रांची के शहरी क्षेत्रों में 18 दिनों का गहन सामुदायिक सूचना अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत स्वयंसेवी संगठनों के स्वयंसेवक भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और उचित तरीके से मास्क पहनने के लिए प्रेरित और जागरूक करेंगे. अभियान के दौरान एनजीओ के वॉलेंटियर्स मास्क खरीदने में अक्षम लोगों के बीच कम लागत वाला कपड़े से बना मास्क वितरित करेंगे. लोगों को सूचित करने और जागरुकता फैलाने के लिए ऑडियो वैन के माध्यम से ऑडियो संदेश भी प्रसारित किया जाएगा.
सावधानी बरतने की है जरूरत
इस मौके पर यूनिसेफ झारखंड के प्रमुख प्रशांत दास ने कहा कि हम एक ऐसी असाधारण स्थिति में हैं. जहां थोड़ी-सी भी लापरवाही से लोगों की जान जा सकती है. हमें सावधानी बरतने की जरूरत है. सरकार ने यूनिसेफ और एनजीओ साझेदारों और युवा स्वयंसेवकों के सहयोग से यह अभियान शुरू किया है ताकि सभी को सुरक्षित व्यवहार का पालन करने और मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया जाए.