रांची: जुडको यानी झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के तकनीकी निदेशक रमेश कुमार पर आर्थिक अनियमितता का आरोप लगा है. यह आरोप झारखंड की मुख्य सत्ताधारी पार्टी झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने लगाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराने का आग्रह किया है.
पत्र में क्या है लिखा
पत्र में लिखा गया कि साल 2018 में रमेश कुमार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग में अभियंता प्रमुख थे. रिटायर होने के बाद तत्कालीन रघुवर सरकार ने उन्हें नगर विकास विभाग के जुडको का तकनीकी निदेशक बना दिया. रमेश कुमार का पूर्व का कार्यकाल कई विवादों से घिरा रहा है. राज्य के जलापूर्ति योजना में एक विशेष आधारभूत संरचना की कंपनी नागार्जुना कंस्ट्रक्शन को नियमों को ताक पर रखकर फायदा पहुंचाए जाने संबंधी भी मामला था.
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जांच में यह बात साबित भी हुई और नागार्जुना कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्रवाई भी हुई. केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का आरोप है कि वर्तमान में एशियन डेवलपमेंट बैंक से संपोषित रांची शहरी पेयजल आपूर्ति योजना को 12.5% निर्धारित दर से अधिक पर नागार्जुना कंपनी के पक्ष में देने के लिए रमेश कुमार अपने अधीनस्थों पर दबाव डाल रहे हैं. इससे जुड़ी निविदा पहली बार आमंत्रित की गई, जिसमें सिर्फ नागार्जुना कंस्ट्रक्शन ने ही टेंडर डाला.
निलंबित करने की मांग
ऐसे में तकनीकी निदेशक रमेश कुमार के पूरे कार्यकाल की एसीबी से जांच कराई जाए और जांच अवधि के दौरान उन्हें पद मुक्त कर निलंबित किया जाए. झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह भी आग्रह किया है कि जुडको के गठन काल से लेकर अब तक किए गए सभी कार्यों की जांच होनी चाहिए. पत्र की कॉपी पेयजल और स्वच्छता विभाग के मंत्री और नगर विकास विभाग के सचिव को भी भेजी गई है.