रांची: पूर्व सांसद और एआईटीयूसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने कहा कि कोयला क्षेत्रों में काम कर रही पब्लिक सेक्टर पर केंद्र सरकार लगातार हमले कर रही है. सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट केंद्र सरकार की ओर से संचालित की जा रही है. लेकिन वर्तमान सरकार सीएमपीडीआई की 25 प्रतिशत संपत्ति को बेचने जा रही है, जो कहीं से ठीक नहीं है. रमेंद्र कुमार ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के कोयला मजदूर यूनियन का सातवां राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
रमेंद्र कुमार ने कहा कि कोल इंडिया की भी स्थिति अच्छी नहीं है. भारत सरकार कोल इंडिया को ठेकेदारों के हाथों बेच रही है. वर्तमान में करीब 15 खदानों का ठेका आवंटित किया गया है, जिसमें पांच खदान झारखंड के हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कंपनी राज चलाने का प्रयास कर रही है. यही वजह है कि कोयला खदानों में काम कर रहे मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं.
एआईटीयूसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार पब्लिक सेक्टर को बंद कर रही है. इससे देश के विकास में कमी आई है. वर्तमान सरकार पश्चिमी सभ्यता को अपनाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे देशों में पब्लिक सेक्टर से ज्यादा प्राइवेट सेक्टर को तवज्जो दी जाती है. इसीलिए अमेरिका आर्थिक संकट से जूझ रहा है.
एआईटीयूसी के राष्ट्रीय सचिव विद्यासागर गिरी ने कहा कि वर्तमान सरकार लोगों के मन में काल्पनिक सफलता दिखाने का काम कर रही है. लेकिन अब लोगों को सरकार की ओर से दिखाए झूठे ख्वाब का सच पता चल गया है. उन्होंने कहा कि अग्निवीर सड़क पर आकर विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, सरकार को मुकम्मल जवाब मिलेगा. इसक मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सीता सोरेन, एआईटीयूसी के राष्ट्रीय सचिव विद्यासागर गिरी, मजदूर नेता शत्रुघ्न महतो के साथ साथ पीके गांगुली, अजय सिंह सहित कई मजदूर नेता उपस्थित थे.