रांची: पद्मश्री राम दयाल मुंडा की 80वीं जयंती पूरे झारखंड में मनाई जा रही है. इसी क्रम में राजधानी रांची में संस्कृति संरक्षण दल ने रामदयाल मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही ढोल-मांदर पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में झारखंडी नृत्य कर राम दयाल मुंडा की जयंती पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई.
पारंपरिक नृत्य गान
इस दौरान संस्कृति संगरक्षक दल के अजीत मुंडा ने कहा कि पद्मश्री राम दयाल मुंडा का उद्देश्य था झारखंडी संस्कृति सभ्यता बरकरार रहे. इसके लिए काफी कोशिशें की, साथ ही उन्होंने यहां की भाषा, पारंपरिक नृत्य गान पर विशेष तौर पर ध्यान दिया था.
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झारखंडी सभ्यता
भारत नहीं बल्कि अमेरिका में भी झारखंडी संस्कृति और सभ्यता को बरकरार रखने के लिए हमेशा कोशिश करते रहे. उन्होंने कहा कि उन्हीं के उद्देश्यों को अनुसरण करते हुए हम भी झारखंडी सभ्यता और संस्कृति को बरकरार रहे इसके लिए लगातार प्रयास में लगे हुए हैं.