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7 लोगों की हत्या का आरोपी 14 साल बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे, पंजाब में छिपा था - अंधविश्वास

रांची के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में वर्ष 2005 में हुई एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पहले आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. वहीं अब भी मामले में दस लोग फरार हैं. पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है.

पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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Published : Aug 12, 2019, 12:44 AM IST

रांची: तुपुदाना में एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या के आरोपी हरी महतो को रांची पुलिस ने वारदात के 14 साल के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया. साल 2005 में तुपुदाना के हजाम गांव में एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी.

क्या था पूरा मामला
तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में वर्ष 2005 में हुई एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या मामले में 9वीं गिरफ्तारी हुई है. 14 साल बाद हरि महतो नाम के हत्या के आरोपी को कांके थाना क्षेत्र के गागी से पकड़ा गया है. पुलिस के अनुसार हरि महतो हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पंजाब भाग गया था.

ये भी पढ़ें- देवघर: मेला बाजार से व्यवसायियों में मायूसी, पूरे महीने में 50 से 60 करोड़ की बाजार होने की थी उम्मीद

आरोपी को भेजा गया जेल
वहां रहकर मजदूरी करता था. जबकि गागी स्थित अपने ससुराल में मकान बनाकर अपनी पत्नी और बच्चों को रखता था. बीच-बीच में रांची आता था. हाल में वह रांची आया था. इसबीच तुपुदाना ओपी प्रभारी तारीक अनवर पुराने लंबित केस और वारंटों को खंगाल रहे थे. इस दौरान हरि और अन्य आरोपियों की फरारी की जानकारी मिली. इसबीच उन्हें सूचना मिली कि हरि गागी स्थित अपने घर में आया हुआ है. इसके बाद एक टीम बनाकर वहां छापेमारी की गई. छापेमारी कर हरि को दबोच लिया गया. उसे जेल भेज दिया गया है.

शिकायत करने थाना पहुंची महिला को समझा था पागल
बता दें कि वर्ष 2005 में हजाम निवासी बिरबल महतो सहित उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी. डायन बिसाही का आरोप लगाकर धारदार हथियार से सो रहे परिवार के एक-एक सदस्य को मार डाला था. बिरबल के गोतिया आसमान महतो का बिरबल के साथ विवाद चल रहा था. इस विवाद को लेकर आसमान महतो ने ग्रामीणों को बिरबल की पत्नी को डायन बताकर हत्या के लिए उकसाया था.

पूरे परिवार को मार डाला गया था
इसके बाद ही बिरबल के घर को घेरकर पूरे परिवार को मार डाला गया था. इस जघन्य हत्याकांड में हरि महतो भी शामिल था. हालांकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर बिरबल की पत्नी अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ झाड़ी में छिपकर रात बिताई थी. सुबह वह तुपुदाना टीओपी (अब ओपी) पहुंचकर मामले की जानकारी दी. उस समय पुलिस ने पागल समझकर मामले को हल्के में लिया था.

ये भी पढ़ें- रांची: बोरे में भर कर बच्ची के अपहरण की कोशिश, लोगों ने की आरोपी की धुनाई

अब भी मामले में दस लोग फरार
इसके बाद धुर्वा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी कमाल खान ने मामले को गंभीरता से लेकर घटनास्थल पहुंचे थे. लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया था. इसके बाद गांव में छापेमारी की थी. उस समय ग्रामीण फरार हो गए थे. बाद में मामले में आठ की गिरफ्तारी हुई थी. अब भी मामले में दस लोग फरार हैं. पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है.

रांची: तुपुदाना में एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या के आरोपी हरी महतो को रांची पुलिस ने वारदात के 14 साल के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया. साल 2005 में तुपुदाना के हजाम गांव में एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी.

क्या था पूरा मामला
तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में वर्ष 2005 में हुई एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या मामले में 9वीं गिरफ्तारी हुई है. 14 साल बाद हरि महतो नाम के हत्या के आरोपी को कांके थाना क्षेत्र के गागी से पकड़ा गया है. पुलिस के अनुसार हरि महतो हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पंजाब भाग गया था.

ये भी पढ़ें- देवघर: मेला बाजार से व्यवसायियों में मायूसी, पूरे महीने में 50 से 60 करोड़ की बाजार होने की थी उम्मीद

आरोपी को भेजा गया जेल
वहां रहकर मजदूरी करता था. जबकि गागी स्थित अपने ससुराल में मकान बनाकर अपनी पत्नी और बच्चों को रखता था. बीच-बीच में रांची आता था. हाल में वह रांची आया था. इसबीच तुपुदाना ओपी प्रभारी तारीक अनवर पुराने लंबित केस और वारंटों को खंगाल रहे थे. इस दौरान हरि और अन्य आरोपियों की फरारी की जानकारी मिली. इसबीच उन्हें सूचना मिली कि हरि गागी स्थित अपने घर में आया हुआ है. इसके बाद एक टीम बनाकर वहां छापेमारी की गई. छापेमारी कर हरि को दबोच लिया गया. उसे जेल भेज दिया गया है.

शिकायत करने थाना पहुंची महिला को समझा था पागल
बता दें कि वर्ष 2005 में हजाम निवासी बिरबल महतो सहित उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी. डायन बिसाही का आरोप लगाकर धारदार हथियार से सो रहे परिवार के एक-एक सदस्य को मार डाला था. बिरबल के गोतिया आसमान महतो का बिरबल के साथ विवाद चल रहा था. इस विवाद को लेकर आसमान महतो ने ग्रामीणों को बिरबल की पत्नी को डायन बताकर हत्या के लिए उकसाया था.

पूरे परिवार को मार डाला गया था
इसके बाद ही बिरबल के घर को घेरकर पूरे परिवार को मार डाला गया था. इस जघन्य हत्याकांड में हरि महतो भी शामिल था. हालांकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर बिरबल की पत्नी अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ झाड़ी में छिपकर रात बिताई थी. सुबह वह तुपुदाना टीओपी (अब ओपी) पहुंचकर मामले की जानकारी दी. उस समय पुलिस ने पागल समझकर मामले को हल्के में लिया था.

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अब भी मामले में दस लोग फरार
इसके बाद धुर्वा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी कमाल खान ने मामले को गंभीरता से लेकर घटनास्थल पहुंचे थे. लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया था. इसके बाद गांव में छापेमारी की थी. उस समय ग्रामीण फरार हो गए थे. बाद में मामले में आठ की गिरफ्तारी हुई थी. अब भी मामले में दस लोग फरार हैं. पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है.

Intro:रांची के तुपुदाना में एक ही परिवार के 7 लोगों की हत्या के आरोपी हरी महतो को राँची पुलिस ने वारदात के 14 साल के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया। साल 2005 में तुपुदाना के हजाम गांव में एक ही परिवार के 7 लोगों की हत्या कर दी गई थी।


क्या है पूरा मामला

तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम गांव में वर्ष 2005 में हुई एक ही परिवार की सात लोगों की हत्या मामले में नौवीं गिरफ्तारी हुई है। 14 साल बाद हरि महतो नामक हत्या के आरोपित को कांके थाना क्षेत्र के गागी से पकड़ा गया है। पुलिस के अनुसार हरि महतो हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पंजाब भाग गया था। वहां रहकर मजदूरी करता था। वहीं छुपकर कर रह रहा था। जबकि गागी स्थित अपने ससुराल में मकान बनाकर अपनी पत्नी और बच्चों को रखता था। बीच-बीच में रांची आता था। हाल में वह रांची आया था। इसबीच तुपुदाना ओपी प्रभारी तारीक अनवर पुराने लंबित केस और वारंटों को खंगाल रहे थे। इस दौरान हरि व अन्य आरोपितों की फरारी की जानकारी मिली। इसबीच उन्हें सूचना मिली कि हरि गागी स्थित अपने घर में आया हुआ है। इसके बाद एक टीम बनाकर वहां छापेमारी की। छापेमारी कर हरि को दबोच लिया गया है। उसे जेल भेज दिया गया है।


शिकायत करने थाना पहुंची महिला को समझा था पागल 

बताते चलें कि वर्ष 2005 में हजाम निवासी बिरबल महतो सहित उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई। डायन बिसाही का आरोप लगाकर धारदार हथियार से सो रहे परिवार के एक-एक सदस्य को मार डाला था। बिरबल के गोतिया  आसमान महतो का बिरबल के साथ विवाद चल रहा था। इस विवाद को लेकर आसमान महतो ने ग्रामीणों को बिरबल की पत्नी को डायन बताकर हत्या के लिए उकसाया था। इसके बाद ही बिरबल के घर को घेरकर पूरे परिवार को मार डाला गया था। इस जघन्य हत्याकांड में हरि महतो भी शामिल था। हालांकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर बीरबल की पत्नी अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ झाड़ी में छुपकर रात बिताई थी। सुबह वह तुपुदाना टीओपी (अब ओपी) पहुंचकर मामले की जानकारी दी थी। उस समय पुलिस ने पागल समझकर मामले को हल्के में लिया था। इसके बाद धुर्वा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी कमाल खान ने मामले को गंभीरता से लेकर घटनास्थल पहुंचे थे। लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया था। इसके बाद गांव में छापेमारी की थी। उस समय ग्रामीण फरार हो गए थे। बाद में मामले में आठ की गिरफ्तारी हुई थी। अब भी मामले में दस लोग फरार हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।


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